मां की याद में रोते बिलखते तीन बच्चों ने की सामूहिक आत्महत्या , सुसाइड नोट में पुलिस से कहा – हमारा पोस्टमार्टम नहीं कराना तो पत्रकारों से लगाई गुहार – हमारी फोटो अखबार में मत छापना , 3 भाई-बहनों की एक साथ आत्महत्या से पिता सदमे में , पड़ोस में पसरा मातम  

0
17

लखीमपुर खीरी / 8 माह पहले स्वर्ग सिधार चुकी अपनी मां की यादे तीन भाई बहनों को भुलाये नहीं भूलती थी | चौबीसों घंटे उनकी आँखों के सामने अपनी मां की ममता और उनके साथ बिताये पल याद आते थे | इन पीड़ित बच्चों के सिर से मां का साया उठने के बाद ऐसा कोई शख्स नहीं था , जो उन्हें जिंदगी के फलसफों से रूबरू कराता | उनके भीतर नई जिंदगी की शुरुआत की ललक पैदा करता | यही नहीं अपनी मां के सपनों को पूरा करने का जोश भरता | दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि ऐसा नहीं पाया | नतीजतन अपनी मां की याद में रोते बिलखते तीनो बच्चों ने आत्महत्या कर ली | जिसने भी उनकी दास्तान सुनी उनकी आँखों में आंसू आ गए | फ़िलहाल पुलिस ने तीनों लाशों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके शव परिजनों को सौंप दिए | लेकिन अंतिम संस्कार के वक्त जान देने वाले तीनों भाई-बहनों के सुसाइड नोट ने लोगों की आँखे नम कर दी | 

यह मामला उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से सामने आया है | यहां दो भाई और एक बहन ने घर के आंगन में ही फांसी लगाकर सामूहिक आत्महत्या की | लोगो ने जब तीनों की लाशे एक साथ लटकती देखी तो उनकी चीखे निकल गई | पुलिस को लाश के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है | इसमें इबारत दर्ज है कि वे तीनों भाई-बहन अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं | उनके मुताबिक वे अपनी मां के मरने का गम नहीं भुला पा रहे हैं | शवों के पास से बरामद सुसाइड नोट में लिखा गया है कि वे तीनों भाई-बहन अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं. वह अपनी मां के मरने का गम नहीं भुला पा रहे हैं. उसमें लिखा, ‘कृपया हम तीनों भाई-बहन का पोस्टमॉर्टम न कराया जाए और कृपया अखबार में फोटो ना छापी जाए.’

दरअसल जान देने वाले तीनों बच्चों के मां की मौत 8 महीने पहले हुई थी | अब इन तीनो बच्चों की आत्महत्या से लखीमपुर थाना सदर कोतवाली क्षेत्र के शांति नगर मोहल्ले में मातम पसरा है | उधर बच्चों के पिता का रो रो कर बुरा हाल है | बताया जाता है कि यहां रहने वाले आदित्य नामक शख्स यूपी एग्रो डिपार्टमेंट लखनऊ में नौकरी करते हैं | सुबह वे ड्यूटी पर गए थे | शाम को जब वे वापस अपने घर लौटे तो उन्होंने घर का दरवाजा बंद पाया | शक होने पर उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी | 

 मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ा | इसके बाद घर के आंगन का नजारा देखकर सभी के पैरो तले जमीन खिसक गई | दरअसल आदित्य के 35 साल के बेटे नागेश्वर, 28 साल के बेटे विवेक और 25 साल की छोटी बेटी , फांसी के फंदे से झूलते नजर आए | आत्महत्या करने वाले तीनों बच्चों के पिता आदित्य का बुरा हाल है | उन्हें महसूस हो रहा है कि उनकी दुनिया लूट गई है | 

पुलिस के मुताबिक आदित्य की पत्नी का सितंबर महीने में स्वर्गवास हो गया था | इसके बाद से यह तीनों बच्चे हमेशा गुमसुम से रहने लगे थे | पुलिस ने बताया कि आदित्य ने अपने बड़े बेटे की शादी भी तय कर दी थी लेकिन मां की मौत के कारण बेटे ने शादी करने से भी मना कर दिया था | आदित्य ने पुलिस को बताया कि बच्चों को मां की याद ने तनाव में डाल दिया था | उन्होंने बताया कि यह तीनों बच्चे प्रतिदिन अपनी मां को याद करके घंटों-घंटों रोया करते थे | यहां तक कि अपनी मां की याद में बच्चों ने खाना-पीना तक छोड़ दिया था |