रायपुर / राजधानी रायपुर में पूर्व कांग्रेसी पार्षद राधेश्याम विभार के भतीजे जतिन की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि पैसे के लेनदेन के चलते युवक की हत्या की गई है। मुख्य आरोपी प्रदीप नायक ने स्वीकार किया कि अपने दोस्त सुजीत तांडी और वेकेंट दिवाकर के साथ मिलकर उसने जतिन की हत्या की साजिश रची थी।
बताया जा रहा है कि जतिन और प्रदीप दोनों ही आपस में दोस्त है। जतिन को 20 हजार रुपए और प्रदीप को 10 हजार रुपए की जरूरत थी, इसलिए प्रदीप ने बाइक को किसी अन्य व्यक्ति के पास गिरवी रख दिया था। 20 हजार रुपए प्रदीप ने जतिन को दिया था। जतिन ने 5 दिनों में रुपए लौटाने की बात कही थी। वारदात वाले दिन 9 फरवरी को जतिन शराब लेकर प्रदीप के पास पहुंचा और दोनों ने जमकर शराब पी। इसी बीच पैसों को लेकर बात छिड़ी और विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान उसने जतिन का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के मुख्य आरोपी प्रदीप ने घुमने जाने की बात कहकर ट्राली बैग जतिन से ही मंगाया था।
जतिन नौ फरवरी से घर से गायब हुआ था। उसे फोन करके आरोपियों ने बुलाया फिर घर में हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया था। कॉल डिटेल के आधार पर हत्याकांड का पुलिस को क्लू मिला। जतिन के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट खमतराई पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। सोमवार को खम्हारडीह के चंडी नगर स्थित एक कुएं में बंद सूटकेस के अंदर उसकी लाश मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस और एफएसवल की टीम ने तत्काल सभी थानों के गुम इंसान के रिकॉर्ड को मांगा और जांच प्रारंभ की। लाश के कपड़ों के आधार पर पहचान जतिन राय के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदीप नायक ने अपने भनपुरी स्थित घर पर ही जतिन की हत्या गला घोंटकर की थी। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए जतिन का शव सूटकेस में भरकर खम्हारडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत चंडीनगर के सूखे कुएं में फेंक दिया था।