रायपुर | रायपुर में एसपी आरिफ शेख के नाम पर धमकी ,चमकी और अवैध वसूली का मामला सुर्ख़ियों में आने के बाद अब एक और नया मामला तूल पकड़ रहा है | कई राजनैतिक दलों में गोता लगाने वाले महासमुंद निवासी सूर्यकांत तिवारी की धमकियों और अवैध वसूली की मांग को लेकर दो व्यापारियों ने रायपुर पुलिस , डीजीपी और मुख्यमंत्री से कड़ी कार्रवाई की मांग की है | दोनों ही पीड़ित व्यापारियों की शिकायत है कि सूर्यकांत तिवारी ने उनके साथ लाखो रुपयों का कारोबार किया | उसकी फर्मो को उनके द्वारा बाकायदा नियमानुसार वस्तुओ की आपूर्ति की गई | इसके एवज में सूर्यकांत तिवारी की फर्म ने भुगतान के लिए चेक जारी किया | लेकिन बैंको में वो चेक बाउंस हो गए | चेक बाउंस होने की जानकारी जब सूर्यकांत तिवारी और उसकी फर्म को दी गई ,तब पता पड़ा कि भुगतान से बचने के लिए उन्होंने चेक गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी | व्यापारियों के मुताबिक इस शिकायत की जांच आलाधिकारियों ने की और उन्होंने सूर्यकांत तिवारी की शिकायत झूठी पाई | इसके उपरांत अदालत में खात्मा भी भेजा गया | लेकिन सूर्यकांत तिवारी के खिलाफ पुलिस ने ना तो झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की और ना ही व्यापारियों के हुई धोखाधड़ी की शिकायत पर FIR दर्ज की | व्यापारियों की दलील है कि सूर्यकांत तिवारी अब रायपुर रेंज के आईजी का नाम लेकर अवैध उगाही के लिए उन्हें डरा धमका रहा है | रायपुर पुलिस अधिक्षक आरिफ शेख को की गई शिकायत में तीनो ही व्यपारियों ने अपनी आप बीती सुनाते हुए तमाम सबूतों के साथ सूर्यकांत तिवारी का कालाचिट्ठा सौंपा है | शिकायतकर्ताओं को पुलिस अधिक्षक ने वैधानिक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है |
महासमुंद निवासी सूर्यकांत तिवारी एक समय कांग्रेसी नेता अजित जोगी के करीबी रहे | कांग्रेस से नाता तोड़ जब अजित जोगी ने जनता कांग्रेस का गठन किया तब उनके खेमे में चले गए | दिल्ली में BSP सुप्रीमो मायावती के साथ जब जोगी कांग्रेस का गठबंधन हुआ उस समय सूर्यकांत तिवारी काफी सक्रिय रहे | लेकिन छत्तीसगढ़ में बीजेपी और जोगी कांग्रेस को जब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पटखनी दी ,तब सूर्यकांत तिवारी ने भी पाला बदल लिया | अब वो कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बता रहे है | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गुलदस्ता भेट करते तो कभी उनके बगल में फोटो खिचवाकर फुले नहीं समां रहे है | कांग्रेस मुख्यालय से संपर्क कर उनकी पार्टी सदस्य्ता के बारे में हमारे सवांददाता ने पूछताछ की तो कोई अधिकृत जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई |
प्राप्त शिकायतों के आधार पर पता पड़ा कि सूर्यकांत तिवारी की भागीदारी वाली गंगा कंस्ट्रशन नामक फर्म द्वारा पूजा ट्रेडर्स को फ्यूल ऑइल की आपूर्ति के लिए चेक द्वारा दिनांक 21/09/2015 को 7,50,330 रुपए और दिनांक 28/10/2015 को 7,50,330 रुपए जारी किए गए थे | दोनों ही चेक रकम लगभग 15 लाख के चेक बाउंस की शिकायत कारोबारी एन के अग्रवाल ने की है | दूसरी शिकायत चीमा लोकल केरियर कंस्ट्रक्शन के गुरुमुख सिंह आत्मज गुरुचंरण सिंह की ओर से की गई है | उन्होंने भी अलग अलग तिथियों में जारी किए गए विभिन्न चेको का विवरण दिया है | उनके द्वारा भी लगभग सात लाख रुपए के चेक बाउंस की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई थी | न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने सूर्यकांत तिवारी का पक्ष जानने के लिए उनसे संर्पक किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया | बताया जाता है कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में विवादित आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता हस्ताक्षेप के चलते सूर्यकांत तिवारी के खिलाफ कोई अपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो पाया था | राज्य में नई सरकार के गठन के बाद पीड़ितों को उम्मीद है कि उन्हें न्याय प्राप्त होगा |