छत्तीसगढ़ में वक्फ-बोर्ड की हज़ारों एकड़ जमीनों पर नामी-बेनामी कब्ज़ा, रियल एस्टेट कारोबारियों और जमीन माफियाओं ने अकेले रायपुर में 500 करोड़ की जमीन हथियाई, कलेक्टर को भेजी गई शिकायत…

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड की बेशकीमती जमीनों पर भू-माफियाओं का कब्ज़ा हो गया है। रजिस्ट्रार कार्यालय में नियम-कायदे को दरकिनार कर ऐसी जमीनों के सौदे को क़ानूनी रूप दे दिया गया है। राज्य वक्फ बोर्ड  ने मामले की शिकायत राज्य सरकार और कलेक्टर से कर अतिक्रमण हटाने की मांग की है। ऐसी जमीनों के सौदों से बचने की सलाह देते हुए अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने ऐलान किया है कि वक्फ की जमीनों की रजिस्ट्री कैंसल करने के लिए कलेक्टर को भी निर्देशित किया गया है, इनके खिलाफ FIR भी दर्ज कराई जाएगी।

डॉ. सलीम राज ने बताया कि अल्लाह के नाम पर समाज को दी गई बेशकीमती जमीने भू-माफियाओं और कई कारोबारियों ने अपने कब्जे में ले ली है, इनकी कराई गई रजिस्ट्री अवैध है। उन्होंने कहा कि ऐसी जमीने वापस वक्फ बोर्ड के कब्जे में लाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डॉ. सलीम राज ने अध्यक्ष बनने के बाद वक्फ बोर्ड की जमीनों को भू-माफिया-कारोबारियों के कब्जे से बचाने के लिए मुहीम शुरू की है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेशभर में हज़ारों एकड़ जमीनों-दुकानों पर कुपात्रों का कब्ज़ा हो चूका है। यह जमीने पूर्वजों ने जनहित और सामुदायिक विकास के लिए दान में दी थी। लेकिन कांग्रेस राज के बीते 5 सालों में समाज की भावनाओं के ठीक पलट बेशकीमती जमीनों कों ठिकाने लगा दिया गया है।

उनके मुताबिक दस्तावेजों में गड़बड़ी कर अकेले रायपुर में वक्फ बोर्ड की करीब 500 करोड़ की जमीन बेच दी गई, यही हाल अन्य जिलों का है। उन्होंने कहा कि ये सारी प्रॉपर्टी अल्लाह को दान की गई थी, लेकिन समाज के वरिष्ठ लोगों की जानकारी के बगैर बेच दी गई है। उन्होंने दावा किया है कि अब छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड रजिस्ट्री को शून्य कराने की तैयारी में है।उन्होंने कहा कि रायपुर के अलावा जगदलपुर, अंबिकापुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई समेत कई जिलों में जमीन की अवैध सौदेबाजी सामने आई है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में वक्फ प्रॉपर्टी की जानकारी बुलाई गई है, जमीनों के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे है, कुछ प्रॉपर्टीज को हाल ही में और कुछ को 30 से 40 साल पहले बेचा गया था। 

डॉ. सलीम राज ने बताया कि वक्फ के पास छत्तीसगढ़ में 5 हजार करोड़ की संपत्ति है। इसमें से 90 फीसदी पर कब्जा है। रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं। अवैध कब्जों से संपत्ति को खाली करवा कर इसे सही उपयोग में लाया जाएगा, इस दिशा में काम हो रहा है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने अल्लाह के नाम पर दान में दी गई सम्पत्तियों की रक्षा के लिए कदम उठाया है। उनके मुताबिक ये दान समाज कल्याण के लिए दिया जाता है, ऐसी संपत्तियों को बेचने के बारे में सोचना भी गुनाह माना जाता है, लेकिन प्रदेश में प्रभावशील लोगों ने दान पर दी गई जमीनों को बेच दिया।  इसकी तो रजिस्ट्री भी नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि जिस जमाने में डिजिटल नक्शे नहीं होते थे, उस जमाने में डिजिटल जमीन के नक्शे दिखाकर सौदेबाजी की गई है, यह पूरी तरह से फर्जी है।

सलीम राज ने कहा कि भारत सरकार ने ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी ने वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों का ब्यौरा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, इसके तहत सभी कलेक्टर को पत्र जारी किया गया है, जो वर्तमान स्थिति है और नियमों के अनुसार हम करवाई कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में वक्फ बोर्ड की तकरीबन 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी है, अभी तक मात्र 1380 करोड़ की प्रॉपर्टी का पता चला है। वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड के मुताबिक 277 एकड़ के साथ छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी बिलासपुर में है। दुर्ग में 24 एकड़, अंबिकापुर में 4 एकड़, वहीं जगदलपुर में बोर्ड की जमीन पर हेलीपैड बनाया गया है, जिसका सरकार से मुआवजा लेने की आखिरी कार्रवाई चल रही है।