रायपुर / “45 दिन” शराब नहीं पी कर जनता ने दिखा दिया कि वो बिना शराब के जिंदा रह सकती है… लेकिन ठेके खोल कर सरकार ने दिखा दिया कि सरकार बिना शराब बिक्री के मर जायेगी | सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस मैसज ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है | सोमवार को जैसे ही देशभर में शराब की दुकानें खुली , वैसे ही देशभर में ग्राहकों का तांता लग गया | कोई भी प्रदेश अछूता नहीं रहा | लेकिन सरकार के इस कदम की सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया देखने मिली है | देश की जनता का मूड उसकी प्रतिक्रिया से सामने आ रहा है | कोई इसे बेहतर बता रहा है तो कोई सरकार पर गुस्सा उतार रहा है |
खासतौर पर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश समेत उन राज्यों में जहां सत्ता में काबिज होने से पहले सरकार ने अपने पार्टी घोषणापत्र में शराबबंदी का वादा किया था | मध्यप्रदेश में तो कांग्रेस सत्ता गंवा बैठी | लेकिन छत्तीसगढ़ में वो जनता के निशाने पर है | इससे पूर्व हम इस मुद्दे पर चर्चा छेड़े , पढ़िए सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक से बढ़कर एक प्रतिक्रियाओं को |
एक यूजर ने लिखा “शराब के ठेकों पर भीड़ देखकर लग रहा है आज शाम तक अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आएगी” जबकि एक दूसरे शख्स ने लिखा “अब समझ आया कि एक शराबी के पैर क्यों डगमगा जाते है। उसके कंधो पर देश का बोझ होता है।” एक यूजर ने तो तंज कसते हुए प्रदेश के आबकारी मंत्री पर ही नया नारा गढ़ दिया | उसने लिखा “दारू पीबो अउ खाबो चखना
जुग जुग जियो कवासी लखमा” | यह शख्स शराब दुकान खोलने के फैसले से खुश नजर आया |
सोमवार को एक तस्वीर भी काफी चर्चित रही | एक शराब दुकान में पहले ग्राहक का फूल मालाओं से स्वागत किया गया | यह ग्राहक बाकायदा मास्क लगाकर दुकान पहुंचा था | दुकानदार ने पहले तो इस ग्राहक को तिलक लगाया , फूलों की माला पहनाई फिर हाथों में दारू की बोतल थमा दी |
एक यूजर ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए लिखा कि अब “इतवार” इतराता नहीं क्योकि सोम से सोम मिलना शुरू हो गया |
एक अन्य यूजर ने अपने चाचा पर ही तंज कसा , लिखा “मिल गयी चाचा को… आज चीन का काम हो जायेगा” | पति-पत्नी पर भी जोक आया
पत्नी : शराब लेने मत जाओ ? क्या तुमको अपने परिवार से प्यार नहीं ?
पति : पगली देश पुकार रहा है , अर्थव्यवस्था का सवाल है