इस साल भी कैलाश मानसरोवर यात्रा के रद्द होने के आसार, आयोजन बैठक अब तक नहीं, आस्था पर भी भारी पड़ा कोरोना 

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हरिद्वार / भगवान भोलेनाथ के भक्तो को इस बार भी उनके दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है | दरअसल विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा के आयोजन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित होने वाली जरूरी बैठक अभी तक नहीं हो पाई है | यही नहीं, ये बैठक कब होगी इसकी भी अभी कोई सूचना नहीं है, जबकि हर साल यह बैठक जनवरी के अंतिम सप्ताह में होती थी।

मानसरोवर यात्रा के आयोजन में इस बैठक की अहम भूमिका होती है। पिछले साल मानसरोवर यात्रा कोविड की वजह से संपन्न नहीं हो पाई थी। इस वर्ष भी ऐसे ही हालात बन रहे है | सालाना हजारो यात्री भगवान शिव के धाम कैलाश के दर्शन करने के लिए जाते हैं। इस यात्रा के आयोजन में सरकार और प्रशासन को भी काफी पहले से तैयारी करनी पड़ती है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए आयोजित होने वाली इस बैठक में यात्रा की तैयारी की रुपरेखा तय होती है | मार्च में जब हिमालय में बर्फ पिघलनी शुरू हो जाती है, तब यात्रा की तैयारियों में और तेजी आ जाती है। इस दौरान तीर्थ यात्रियों की बुनियादी सेवाओं पर जोर दिया जाता है।

यह बैठक की जनवरी के अंत तक संपन्न हो जाती थी। इसके बाद जून से यात्रा शुरू हो जाती थी। लेकिन इस साल अभी तक कोई तैयारी नहीं हुई है | नतीजतन इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के आयोजन में एक बार फिर से संशय के बादल मंडरा रहे हैं।

कुमाऊं से होने वाली यात्रा में कुमाऊं मंडल विकास निगम की अहम भूमिका रहती है। केएमवीएन के जीएम अशोक जोशी ने न्यूज़ टुडे से कहा कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में हर साल कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू होने से पहले एक बैठक का आयोजन विदेश मंत्रालय करवाता था, जिसमें कुमाऊं मंडल विकास निगम, आईटीबीपी और जिला प्रशासन पिथौरागढ़ के अधिकारी शामिल होते थे। इस बैठक में यात्रा के लिए तैयारियों की समीक्षा और रणनीति तय की जाती थी। इस बार अभी तक बैठक को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है |