महासमुंद: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की जीत की अटकले जोरो पर थी। इस दौर में कई कार्यकर्ता टिकट पाने के चक्कर में रायपुर से लेकर दिल्ली तक जोर लगा रहे थे। बिलासपुर में टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस की तत्कालीन प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पर कई गंभीर आरोप पार्टी के नेताओं ने ही लगाए थे। उन पर टिकट बेचने का आरोप सुर्ख़ियों में रहा है। बताते है कि कांग्रेस में टिकट दिलाने का झांसा देकर कई कार्यकर्ताओं को चूना भी लगाया गया है। शिकायतों के बाद अब पुलिस ने आरोपियों की धर पकड़ भी शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सरायपाली में विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी (INC ) से टिकट दिलाने के नाम पर एक स्थानीय नेता से 20 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में साइबर सेल की टीम ने बस्तर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2023-24 में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान पीड़ित ठगी का शिकार हुआ था। बताया जाता है कि कंवरपाली सिंघोड़ा के रहने वाले डोलचंद पटेल की मुलाकात परसागुड़ा भनपुरी थाना क्षेत्र के निवासी विराट रामकर (35) से हुई थी। डोलचंद और विराट दोनों ही कांग्रेस के कार्यकर्ता बताये जाते हैं। वे एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित भी है।
डोलचंद छुईपाली निवासी अपने दोस्त अजीत चौहान को सरायपाली विधानसभा 39 से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के लिए टिकट दिलाना चाहता था। बताते है कि आरोपी विराट रामकर और डोलचंद के बीच मुलाकात 26 सितंबर 2023 को पिथौरा नेशनल हाईवे 53 पर स्थित काठी ढाबा के पास हुई थी। डोलचंद ने कार में बैठे हुए आरोपी को 5 लाख रुपए पेशगी के रूप में दिए। इसक बाद रायपुर तेलीबांधा रोड के पास बुड क्रिस्टल होटल में 16 अक्टूबर 2023 को दूसरी किश्त 15 लाख रुपए दिए।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सरायपाली सीट से चातुरी नंद को टिकट दिया था। अरमानों पर पानी फिरने के बाद से डोलचंद लगातार रकम की वापसी के लिए आरोपी विराट से संपर्क करता रहा। शुरू में दोनों के बीच बातचीत होती रही लेकिन कुछ समय बाद आरोपी विराट ने डोलचंद का फोन रिसीव करना ही बंद कर दिया। डोलचंद ने पिथौरा थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की विवेचना की। टीम ने प्रार्थी के बयान के आधार पर एक स्थानीय होटल की CCTV फुटेज खंगाली। इसके बाद आरोपी विराट को बस्तर से गिरफ्तार कर महासमुंद लाया गया। उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।