ये तेरा घर,ये मेरा घर, ये घर कितना हसीन है, रायपुर के इस घर की प्राकृतिक छठा आपका दिल खुश कर देगी, राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुआ परिवार | 

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रिपोर्टर – अदिती मजूमदार 

रायपुर के इस घर की सुंदरता देख कर आप गद्गद हो जायेंगे | इस घर के चारों ओर ही नहीं बल्कि भीतर से लेकर बाहर तक, प्रकृति की अनुपम छठा आपका दिल रोमांचित कर देगी | रंग बिरंगे फूलों की बहार देखकर आप ना केवल तनावमुक्त महसूस करेंगे | बल्कि यहाँ ज्यादा से ज्यादा वक़्त गुजरना पसंद करेंगे | इससे पहले की इस घर की प्राकृतिक छठा पर चर्चा करे | उससे पूर्व एक नज़र इस आशियाने की | 

रायपुर के VIP रोड पर स्थित यह घर डॉ. अनूप भल्ला का है | डॉ. अनूप भल्ला सीनियर आईएफएस अधिकारी रह चुके है, बल्कि अपने कार्यों से भी जाने पहचाने जाते है | जल जंगल और जमीन से उनका नाता सिर्फ अपने प्रोफेशन तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि उन्होंने इसे अपनी रूचि में शामिल कर लिया | कई वर्षो तक छत्तीसगढ़ शासन में अपनी सेवाएं देने के बाद उन्होंने अपने आशियाने को ऐसा सजाया की यहाँ भी प्रकृति की अनुपम छठा बिखेर दी | रंग बिरंगे फूल पत्तियों और पेड़ पौधो की कई किस्मे उनके घर – आंगन में फल फूल रही है | 

इस घर की खूबसूरती में चार – चाँद लगाने में डॉ. अनूप भल्ला की पत्नी सीमा भल्ला भी दिन रात उनके साथ जुटी रहती है | वो बताती है कि जो प्रकृति के साथ रहता है, उससे ना केवल बिमारियां दूर रहती है बल्कि मन प्रसन्नचित रहने से जीवन जीने का अहसास होता है | सीमा भल्ला बताती है कि घर के दैनिक काम काज निपटाने के बाद वो अपने गार्डन की देखभाल में जुट जाती है | माली और अन्य कर्मियों के साथ मिल कर मिट्टी को उपजाऊ बनाने के साथ साथ पेड़ पौधो को कीट पतंगों और बिमारियों से बचाने का दौर सुबह से ही शुरू हो जाता है | इस कार्य में डॉ. अनूप भल्ला का उन्हें भरपूर सहयोग प्राप्त होता है | 

रायपुर के गाँधी उद्यान में प्रकृति की ओर सोसाइटी द्वारा आयोजित फल फूल – सब्जी प्रर्दशनी में डॉ. अनूप भल्ला और सीमा भल्ला ने राज्यपाल अनसुइया उइके से पुरुस्कार प्राप्त किया | उन्हें घर की प्राकृतिक सुंदरता कैटिगिरी में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ | यह लगातार दूसरा मौका है, जब उन्हें इस घर की सुंदरता बनाये रखने को लेकर सम्मानित किया गया | 

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि फूल, पौधे, वृक्ष और प्रकृति हमारे जीवन को खुशनुमा और आनंददायक बनाते है | हमारे जीवन में इनका अहम् योगदान और महत्वपूर्ण स्थान है | प्राचीन काल से ही फूलो का महत्व रहा है | हमारे राज्यों में भी अलग – अलग जलवायु के क्षेत्र है और यहाँ भी फूलों की खेती की भरपूर संभावनाएं है | उन्होंने इस कार्यक्रम की सराहना की |

कार्यक्रम को विधान सभा अध्यक्ष चरण दास महंत, पूर्व कृषि मंत्री बृज मोहन अग्रवाल और सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. ए आर दल्ला ने भी सम्बोधित किया | समापन समारोह में संस्था के सचिव मोहन वर्ल्यानी ने आभार प्रदर्शन किया |