
आज के समय में शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में यातायात एक बड़ी चुनौती बन चुका है. खासकर तब, जब ज़्यादातर लोग अकेले यात्रा करते हैं. चाहे ऑफिस जाना हो, शॉपिंग करना हो या कोई अन्य निजी कार्य. ऐसे में जापान की स्टार्टअप कंपनी केजी मोटर्स ने एक अनोखा समाधान पेश किया है. मिबोट EV, जो एक सिंगल सीटर, छोटी इलेक्ट्रिक कार है.
मिबोट EV की सबसे खास बात इसका कॉम्पैक्ट और इको-फ्रेंडली डिजाइन है. इसकी कीमत सिर्फ 7,000 अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 6 लाख रुपये है, जो इसे आम लोगों के लिए किफायती बनाता है. एक बार फुल चार्ज होने पर यह कार 100 किलोमीटर तक चल सकती है और इसकी अधिकतम गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा है. इसे फुल चार्ज होने में महज़ 4 घंटे लगते हैं. इसका डिजाइन मिनिमल है और यह किसी छोटे गोल्फ कार्ट जैसी दिखती है, लेकिन इसमें सभी ज़रूरी फीचर्स दिए गए हैं.
2250 यूनिट की हुई प्री-बुकिंग
मिबोट EV की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अक्टूबर 2025 से प्रोडक्शन शुरू होने से पहले ही इसकी 2250 यूनिट्स की प्री-बुकिंग हो चुकी है. यह संख्या भले ही कम लगे, लेकिन तुलना करें तो यह संख्या टोयोटा द्वारा पिछले साल जापान में बेची गई इलेक्ट्रिक कारों से भी ज़्यादा है. इससे साफ है कि लोग अब बड़ी कारों की बजाय, छोटे और स्मार्ट विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं.
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केजी मोटर्स का मुख्य फोकस जापान के छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों पर है, जहां सस्ते और टिकाऊ वाहन की सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है. कंपनी का लक्ष्य है कि साल 2027 से मिबोट EV की डिलीवरी शुरू की जाए और हर साल 10,000 यूनिट्स का प्रोडक्शन किया जाए.
टाटा-महिंद्रा की हालत होगी टाइट
मिबोट EV एक उदाहरण है कि कैसे कम कीमत, सही डिजाइन और पर्यावरण के प्रति जागरूक सोच के साथ कोई भी स्टार्टअप बड़ी कंपनियों को चुनौती दे सकता है. भारत जैसे देश में, जहां यातायात और प्रदूषण बड़ी समस्याएं हैं, इस तरह की छोटी इलेक्ट्रिक कारें भविष्य में बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती हैं. यह सिर्फ एक कार नहीं, बल्कि बदलती सोच और जरूरतों की तस्वीर है. एक ऐसी मोबिलिटी, जो स्मार्ट भी है और सस्टेनेबल भी.