लंदन/ ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से हाहाकार मचा है और दहशत का माहौल है | कोरोना वयारस के नए स्ट्रेन के बढ़ते खतरे और अस्पतालों में मरीजों के बढ़ती संख्या के मद्देनजर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कैबिनेट की आपात बैठक के बाद देश में नए लॉकडाउन का ऐलान किया है | जॉनसन ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि इंग्लैंड में कई हफ्ते पूर्व कोरोना के नए वेरिएंट के सबूत मिलने के बाद कठोर उपबंधों को ऐलान किया गया है, नए उपाय सोमवार से प्रभावी होंगे यह लॉकडाउन 15 फरवरी तक रहेगा। डाउनिंग स्ट्रीट से टीवी पर अपने संबोधन में बोरिस जॉनसन ने यह घोषणा की।
बोरिस जॉनसन ने कहा कि हमने कोरोना के खिलाफ जंग में कम से कम फरवरी के मध्य तक नया स्टे-ऑन-होम लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है ताकि घातक कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को ज्यादा फैलने से रोका जा सके इंग्लैंड की आबादी में से कुछ 44 मिलियन या तीन-चौथाई लोग पहले से ही सबसे कड़े प्रतिबंधों के तहत रह रहे हैं। जॉनसन ने सोमवार को कहा कि हमारे अस्पतालों पर दबाव बढ़ गया है। देश में अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या 27 हजार तक पहुंच गई है और ये संख्या अप्रैल के मुकाबले 40 फीसदी अधिक है। उन्होंने कहा कि देश में पिछले एक हफ्ते के दौरान मृतकों की संख्या 20 फीसदी बढ़ गई है। कोरोना के नए रूप को काबू करने के लिए हमें अत्यधिक प्रयास करने होंगे। वायरस के नए प्रारूप के तेजी से फैलने के कारण शिक्षक संगठन कुछ हफ्ते के लिए देश भर में सभी स्कूलों को बंद करने की अपील कर रहे थे।
जॉनसन ने कहा कि अभिभावकों को सोमवार से अपने बच्चों को उन इलाकों के स्कूलों में भेजना चाहिए जहां वे खुले हुए हैं क्योंकि खतरनाक वायरस से बच्चों को खतरा काफी कम है।उन्होंने रविवार को कहा था कि एक बार फिर से लोगों को घर पर ही रहना होगा और लॉकडाउन का पालन करना होगा | आगामी हफ्तों में लोगों के लिए कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं क्योंकि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इस सप्ताहांत 57,725 की वृद्धि हुई वहीं मृतकों की कुल संख्या बढ़कर करीब 75,000 हो गई। लॉकडाउन के बारे में पूछे जाने पर जॉनसन ने बीबीसी से कहा था कि प्रतिबंध और कड़े हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ऐसा हो सकता है कि अगले कुछ हफ्तों में हमें चीजों को और कड़ा करना होगा। मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। मेरा मानना है कि पूरा देश इससे सहमत है। हमें कई कड़े उपाय करने होंगे। उन्होंने कहा, स्कूल सुरक्षित हैं। बच्चों को बहुत कम खतरा है। कर्मचारियों को बहुत कम खतरा है। शिक्षा के लाभ बहुत ज्यादा हैं। वर्तमान नियमों के तहत देश के अधिकतर हिस्सों में श्रेणी चार के कड़े उपाय लागू हैं जिसमें अधिकतर व्यावसायिक एवं गैर आवश्यक दुकानें लगभग पूरी तरह बंद हैं। लोगों के अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या ज्यादा बढ़ने के कारण सरकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा काफी दबाव में है।
ये भी पढ़े : चिकन की खरीदी-बिक्री पर तत्काल प्रभाव से लगी रोक, अब मंडराने लगा बर्ड फ्लू का खतरा, हजारों की तादात में मुर्गियों का मरना शुरू, सहम गए चिकन और अंडे के शौक़ीन, छत्तीसगढ़ में भी उपभोक्ताओं की फूली सांसे, मध्यप्रदेश समेत 4 राज्यों में अलर्ट पर प्रशासन
महामारी से निपटने का बचाव करते हुए जॉनसन ने कहा कि उनकी सरकार ने ऐसे सभी उपयुक्त कदम उठाए हैं जो हम सर्दी के महीनों की तैयारी के लिए कर सकते थे। प्रधानमंत्री खुद कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और उन्हें इससे उबरने में कुछ हफ्ते लग गए थे। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कहा कि उम्मीद है कि फरवरी के मध्य तक स्थितियां सामान्य हो जाएंगी। तब तक हम शीर्ष प्राथमिकता वाले सभी समूहों को वैक्सीन भी दे चुके होंगे। उन्होंने कहा कि लोग सिर्फ शॉपिंग, एक्सरसाइज या मेडिकल कारण से ही घर से बाहर निकलें।