एप्पल-गूगल का बाप है ये कंपनी, औसत सैलरी 1.4 करोड़, चपरासी भी भरता है लाखों में टैक्स!

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दुनिया की कुछ कंपनियों का लक्ष्य अपने कर्मचारियों को आर्थिक रूप से इतना सशक्त बनाना होता है कि उनको अपने परिवार के बारे में न सोचना पड़े. इसके बदले वह अपने कर्मचारियों से ऐसे इनोवेशन की उम्मीद करती है जिससे कि दुनिया में तहलका मच जाए. ऐसे में आज आपको हम दुनिया की कुछ बेहतरीन कंपनियों के बारे में बता रहे हैं जहां नौकरी करने की इच्छा हर युवा की होती है. इन कंपनियों में एक बार नौकरी मिल जाने के बाद सात पुश्तों की गरीबी दूर हो जाती है. दरअसल, ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में दुनिया का बाजार खुला हुआ है. हम भारतीय युवाओं के सामने अवसर की कमी नहीं है. भारत के युवा आज दुनिया की अधिकतर शीर्ष कंपनियों में सबसे ऊंचे पायदान पर हैं. दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के प्रमुख भारत के युवा हैं.

आज पूरी दुनिया में टेक्नलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों का दबदबा है. हम सब गूगल, फेसबुक, ऐप्पल जैसी कंपनियों के नाम जानते हैं जो अपने कर्मचारियों को बेहतरीन सैलरी देती है. लेकिन, आज हम एक ऐसी कंपनी के बारे में बता रहे हैं जो सैलरी देने के मामले में संभवतः दुनिया की नंबर वन कंपनी है. आप इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि इस कंपनी में एक कर्मचारी की औसत सैलरी 1.70 लाख डॉलर सालाना यानी करीब 1.40 करोड़ रुपये सालाना है.

आज दुनिया काफी तेजी से बढ़ रही है. आने वाला समय आर्टिफिशियल इंजेलीजेंश का बताया जा रहा है. इसे शॉर्ट फॉर्म में एआई कहा जाता है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में इंसान के अधिकतर काम की जगह एआई तकनीक ले लेगी. अभी तक मशीनों के सहारे इंसान अपना काम आसान कर रहा था, लेकिन अब इस एआई तकनीक जरिए ऐसा माना जा रहा है कि इंसान के बिना असंभव बेहद खास कामों को भी एआई तकनीक कर सकता है. इसमें इंसान की तरह भावनात्क फीलिंग की बात हो या फिर इंसान की तरह एक्सप्रेशन देने की. ऐसे तमाम कार्य एआई तकनीक से संभव हो सकता है.

1.40 करोड़ रुपये सैलरी
ऐसे में आज एक ऐसी ही कंपनी के बारे में बताते हैं. इस कंपनी का नाम है- एनविडिया. यह एक अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी है. यह अमेरिका के ही कैलिफोर्निया में स्थित है. यह कंपनी गेमिंग इंडस्ट्री और प्रोफेशनल मार्केट के लिए ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स का निर्माण करती है. यह एक खास किस्म का चिप भी बनाती है जो ऑटोमेटिव और मोबाइल कंप्यूटिंग मार्केट में इस्तेमाल होती है. इसकी स्थापना 1993 में हुई थी.

हाल के समय में यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में काम कर रही है और इस कारण अपनी कीमत काफी बढ़ा ली है. ऐसे में कंपनी अपने कर्मचारियों पर भी खूब भरोसा करती है. यह कंपनी पूरी तरह अपने कर्मचारियों को इनोवेशन पर टिकी है. इस कारण यह उन्हें भरपूर पैसे भी देती है. इस कंपनी में औसत सैलरी 1,70,100 डॉलर सालाना है. इस बारे में bscholarly.com ने एक रिपोर्ट प्रकाशिक की है. इसने भी इस कंपनी को दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी देने वाली कंपनी की सूची में शीर्ष पर रखा है.

दूसरे नंबर है ये कंपनी
सैलरी के मामले में दूसरे नंबर पर पालो ऑल्टो नेटवर्क है जो साइबर सेक्युरिटी के क्षेत्र में काम करती है. ये भी कैलिफोर्निया की ही कंपनी है. यह दुनिया के 145 से अधिक देशों में 60 हजार से अधिक संस्थाओं में साइबर सेक्युरिटी का काम देखती है. इस कंपनी में औसत सैलरी 1,70,000 डॉलर प्रति वर्ष यानी एक करोड़ 39 लाख और 48 हजार रुपये है. इसी तरह इस सूची में तीसरे नंबर पर ट्वीटर, चौथे नंबर पर गूगल और पांचवे नंबर पर गिलीड साइंसेज हैं. ये सभी कंपनियां बेहतरीन सैलरी देती हैं. इन सभी में औसत सालान सैलरी 1.60 लाख डॉलर से अधिक है.

निम्म स्तर पर सैलरी
ये दुनिया की बेहतरीन कंपनियां है. ये मुख्य रूप से पेशेवर लोगों की कंपनी है. ऐसे में यहां पर पेशेवर लोगों यानी आईआईटी जैसे संस्थाओं से इंजीनियरिंग करने वालों की खूब डिमांड रहती है. साथ ही ये टेक कंपनियां हैं. इसमें कुछ हद तक ऑफिस बॉय के रूप में लड़के हायर किए जाते हैं. इनकी सैलरी भी शानदार होती है.