नई दिल्ली/वाराणसी/उज्जैन। सावन का तीसरा सोमवार आज पूरे देश में आस्था, श्रद्धा और शिवभक्ति की गूंज के साथ मनाया गया। भगवान शिव को समर्पित इस पावन दिन पर देशभर के प्रमुख शिव मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। कहीं फूलों की वर्षा के साथ स्वागत किया गया, तो कहीं भक्तों ने लंबी कतारों में खड़े रहकर भोलेनाथ के दर्शन किए।
काशी से उज्जैन तक ‘हर हर महादेव’ की गूंज
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। मंदिर प्रशासन ने फूलों की वर्षा के साथ भक्तों का स्वागत किया और सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे और पुलिस बल तैनात किए गए। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि दक्षिण भारत में सावन की शुरुआत देरी से होती है, इसलिए इस दिन उत्तर भारत में भीड़ ज्यादा रहती है।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर, देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम, अयोध्या के क्षीरेश्वरनाथ, और दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। उज्जैन और काशी में आयोजित मंगल आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचे।
हरिद्वार से कोटेश्वर तक शिवभक्ति का जोश
हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव, राजस्थान के तारकेश्वर महादेव, और गुजरात के कोटेश्वर महादेव मंदिर में दिनभर कांवड़ियों और शिवभक्तों की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगाजल से जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, श्रद्धा का उमड़ा सैलाब
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने देशभर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। कई मंदिरों में भक्त पूरी रात लाइन में लगे रहे और सुबह दर्शन का सौभाग्य मिला। मंदिरों में गूंजते ‘हर हर महादेव’ के जयकारों ने वातावरण को पूर्णतः भक्तिमय बना दिया।
