
बिहार चुनाव में रुदाली जैसा नजारा देखने को मिल रहा है, यहाँ कई नेताओं को रोते – बिलखते देखा जा सकता है। एक अनार सौ बीमार वाले हालात में रुदाली जैसे दृश्य भी सुर्ख़ियों में है। आप भी नामी – गिरामी नेताओं को रोते – बिलखते देखकर हैरान हो जायेंगे।
क्या किसी को आपने कफ़न ओढ़ के रोते देखा है, नहीं देखा है तो जरा आज देख लीजिये। वैसे तो कफ़न में लाश नजर आती है। लेकिन इस तस्वीर में आप देख सकते है। नेता जी कफ़न ओढ़ कर बिलख बिलखकर रो रहे है। उनके घर में मातम पसरा है। हालाकि ना तो नेता जी के घर परिवार में किसी की मौत हुई है। और ना ही किसी कार्यकर्ता को यमराज ने उठा लिया है। फिर भी नेता जी का रो रोकर बुरा हाल है। उन्हें इस तरह से देखकर आस पड़ोस के लोग भी हैरानी जता रहे है। कफ़न ओढे नेता जी का नाम अजय झा है। उन्होंने बड़े अरमानो के साथ बीजेपी की नैया पार कराने का संकल्प लिया था। लेकिन एन वक्त पर टिकट ने धोखा दे दिया। बिहार की अररिया विधान सभा सीट पर बीजेपी ने अजय झा के बजाय देवंती यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। टिकट का एलान होने के बाद नेता जी पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है।

अब इन जनाब को भी टिकट के लिए आंसू बहाते देखा जा सकता है। नेता जी ने समस्तीपुर विधान सभा सीट से भाग्य आज़माने के लिए पाँसा फेका था। लेकिन तीर निशाने पर नहीं लगा। नतीजतन “ना माया मिली ना राम “। इन नेता जी का नाम अभय सिंह है। उन्हें भी LJP ने टिकट देने लायक नहीं समझा। पत्ता कट गया, जबकि नेता जी समझ रहे थे, कि राजनीति के बाजार से टिकट हाथो हाथो खरीदी जा सकती है। लेकिन अरमानो पर पानी फिर गया। अब नेता जी पछता रहे है , क्योकि टिकट पाने के लिए उन्होंने मोटी रकम जो खर्च की थी।

पूर्णिया विधान सभा सीट से टिकट ना मिलने पर कांग्रेस के इरफ़ान आलम पर भी दुखों का पहाड़ टूट चूका है। वे भी बिलख बिलखकर रो रहे है। उन्होंने बड़े जतन से पार्टी की सेवा की थी। लेकिन जब टिकट की बारी आई। तो मेवा और किसी के हाथ लग गया। अब इरफ़ान भाई का कलेजा जल रहा है। फूट -फूटकर आंसू निकल रहे है। लेकिन मलहम लगाने वाला कोई नहीं।

अब इन बहन जी को भी लीजिये वे भी आंसू बहा रही है। टिकट ना मिलने का दर्द चेहरे से झलक रहा है। सीमा कुशवाहा सोशल मीडिया की चिर – परिचित ” ग्लैमरस महिला नेता ” है। उन्होंने समता पार्टी से टिकट की मांग की थी। लेकिन पार्टी ने उनके प्रति ना तो ममता दिखाई और ना ही हमदर्दी। फिर क्या था, लग गई आंसुओ की झड़ी। हालाकि दिल्ली दूर नहीं उनके समर्थक सीमा को दिलासा दे रहे है कि एक ना एक दिन टिकट उनके हाथ जरूर लगेगी। हालाकि यह वीडियो 2020 का बताया जा रहा है, जो अभी वायरल हो रहा है।

बिहार चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है। वैसे वैसे ये और भी ज्यादा दिलचस्प होते जा रही है। बिहार में लगभग सभी राजनैतिक पार्टियां अपने अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है। लेकिन जिन दावेदारों को उम्मीद थी , वे इस चुनावी रणभूमि में पूरी दमखम के साथ लड़ेंगे ऐसे में अब इनके अरमानों पर पानी फिर गया है। कोई सोशल मीडिया पर अपना दुःख बता रहा , तो कोई कफ़न ओढ़कर अपने आंसू बहा रहा है। अब देखना होगा बिहार चुनाव में और आगे भी क्या-क्या दिलचस्प देखने को मिलता है