रिपोर्टर मनोज सिंह चंदेल
राजनांदगांव / पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृहनगर राजनांदगांव में महापौर और निगम अध्यक्ष के पद को लेकर जबरदस्त खींचतान मची है | यहां 22 पार्षदों की जीत के साथ कांग्रेस पहले नंबर पर है , जबकि 21 पार्षदों के साथ बीजेपी दूसरे नंबर पर शेष 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे है | ऐसे में दोनों ही पदों को लेकर उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है | माना जा रहा है कि यहां मेयर और अध्यक्ष की कुर्सी कबाडने के लिए कांग्रेस सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोक दी है |
राजनंदगांव नगर निगम क्षेत्र में संपन्न हुए चुनाव के बाद आज नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह प्रथम सम्मेलन के तहत आयोजित किया गया। प्रथम सम्मेलन में आयोजित शपथ समारोह में शहर के 51 पार्षदों ने शपथ लिया। इस समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम भी शामिल हुए।
राजनांदगांव शहर के 51 वार्डों में 21 भारतीय जनता पार्टी के और 22 कांग्रेसी पार्टी के पार्षद निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा 7 निर्दलीय पार्षद चुने गए और एक सीपीएम का पार्षद निवार्चित होकर नगर निगम पहुंचा है । महापौर के लिए 26 का आंकड़ा भाजपा और कांग्रेस पार नहीं कर पाई है। ऐसे में अब नामांकन के बाद मतदान प्रक्रिया से महापौर अध्यक्ष का चुनाव होगा।
नगरीय निकाय चुनाव संपन्न होने के बाद अब दोनों ही पार्टियां महापौर और अध्यक्ष बनाने की कवायद में लगे हुए हैं। दोनों ही पार्टी चाहती है कि हमारा महापौर और अध्यक्ष बने। महापौर कौन होगा इसका फैसला शुक्रवार को वोटिंग के जरिये हो जाएगा। जानकारी के अनुसार भाजपा महापौर पद के लिए शोभा सोनी और अध्यक्ष के लिए शिव वर्मा का नाम लगभग तय कर रखा है | वही कांग्रेस अपने पार्षदों और कुछ निर्दलीय पार्षदों के साथ मेयर और अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने की तैयारी में है | कांग्रेस पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महापौर के लिए हेमा देशमुख और अध्यक्ष के लिए कुलबीर छाबड़ा का नाम लगभग तय हो चुका है। लेकिन कुछ निर्दलीय पार्षदों द्वारा अध्यक्ष बनने की बात सामने आने के चलते, उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है | बताया जा रहा है कि अध्यक्ष के पद पर जोर दे रहे निर्दलीय पार्षदों को कांग्रेस ने एमआईसी में पद देने का आश्वासन दिया है |