रायगढ़ / छत्तीसगढ़ में मारवाड़ियों के खिलाफ आंदोलन के बीज बोये जा रहे है | खरसिया और रायगढ़ से उन्हें खदेड़ने के लिए रणनीति जोरो पर है | सूत्र बता रहे है कि उड़ीसा की तर्ज पर यहां भी मारवाड़ियों के खिलाफ आंदोलन का खतरा मंडरा रहा है | इलाके के मारवाड़ी समाज ने मारवाड़ियों के खिलाफ सार्वजिनक रूप से आपत्तिजनक बयानों और सामाजिक विद्वेष फैलाने को लेकर रायगढ़ पुलिस अधिक्षक को ज्ञापन सौंपा है | इस ज्ञापन में कहा गया है कि खरसिया और रायगढ़ में छत्तीसगढ़ क्रांति सेना सामाजिक सौहाद्र बिगाड़ने का प्रयास कर रही है | उसके नेता अपनी रैलियों में मारवाड़ी समाज को लेकर घोर आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे है | मारवाड़ी समुदाय ने अपने ज्ञापन में ऐसे घटनाओं का वर्णन करते हुए साम्प्रदायिक सौहाद्र बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है |
रायगढ़ के रामलीला मैदान में हाल ही में छत्तीसगढ़ क्रांति सेना ने एक सार्वजनिक कार्य्रक्रम आयोजित कर मारवाड़ियों के खिलाफ जमकर हमला बोला | छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के कई नेताओं ने अपने भाषणों में जातिगत भाषण देकर समुदाय विशेष की भावनाओं को भड़काने का भी प्रयास किया गया | भविष्य में रायगढ़ में शांति भंग के अंदेशे के चलते मारवाड़ी समुदाय ने पुलिस अधिक्षक मौजूदा माहौल से वाकिफ कराया है | प्रतिनिधि मंडल में शामिल लोगों ने न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ को बताया कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा पुलिस ने दिया है | छत्तीसगढ़ क्रांति सेना का एक वीडियों भी खूब वायरल हो रहा है | जिसमे संगठन के नेता मारवाड़ियों को जमकर खरी-खोटी सुना रहे है | हालांकि न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ इस वीडियों की पुष्टि नहीं करता | यह उसके दर्शकों के लिए एक सूचना मात्र है |
गौरतलब है कि लगभग 40 वर्ष पूर्व वर्ष 1982-83 के दरमियान उड़ीसा में मारवाड़ियों के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन छेड़ा गया था | इसके चलते बड़े पैमाने पर मारवाड़ी समुदाय के बीच पलायन की स्थिति बन गई थी | इस आंदोलन से प्रभावित हुए समुदाय ने देश के कई हिस्सों विशेषकर छत्तीसगढ़ , झारखंड , बिहार , पश्चिम बंगाल , और दिल्ली में शरण ली थी | बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ क्रांतिकारी सेना इस आंदोलन से काफी प्रभावित है | लिहाजा वो राज्य में उड़ीसा की तर्ज पर आंदोलन के बीच बोने में जुटी है | इन तथ्यों से खरसिया रायगढ़ का मारवाड़ी समाज पूरी तरह से वाकिफ है और उसे ऐसे ही आंदोलन की बू आ रही है | लिहाजा इस मामले को लेकर समाज की बैठक भी बुलाई गई है , जिसमे भविष्य की रणनीति पर विचार किया जायेगा |
पुलिस अधिक्षक को ज्ञापन सौपने वालों में सर्व समाज के प्रतिनिधियों में पूर्व महापौर महेन्द्र चौहथा, गुरूविंदर घई, निर्मल घई, सतपाल बग्गा, गुरूमुख सिंह तलरेजा, राजेश भारद्वाज, राजेन्द्र अग्रवाल (चेंबर,) संतोषराय, बजरंग अग्रवाल, बाबूलाल अग्रवाल, मुकेश मित्तल, जगदीश कस्तुरी, अमित सोनी, कल्पेश पटेल, विरेन्द्र मंगल, डॉ. जी.एस. अग्रवाल, आचार्य राकेश, राजेश सिंह, जमदेव मित्रा, दिलीप अग्रवाल, राहुल सोनी, पल्लू बेरीवाल, प्रदीप अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, हुनुमान अग्रवाल, ऐलेन मित्तल, कन्हैया अग्रवाल, संदीप अग्रवाल, रतन लाल केडिया, विनय अग्रवाल, बजरंग मित्तल, पदुम सिंह, धनविजय सिंह, कमलेश पाण्डेय, अनुदीप मिश्रा, संजय बेरीवाल, प्रदीप गर्ग, दीपेश अग्रवाल, संदीप बेरीवाल, महेन्द्रबंसल प्रकाश निगानिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।