रायपुर। कुछ महीनों पहले पाठ्यपुस्तक निगम की एक महिला कर्मी ने विभाग के महाप्रबंधक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद पाठ्यपुस्तक निगम के एमडी राजेश सिंह राणा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विशाखा कमेटी बैठाकर महाप्रबंधक पर लगे आरोपों पर जांच करने के निर्देश दिये थे। वहीं इस मामले पर जांच भी जारी है जहा पीड़िता लगातार जांच के दौरान किसी न किसी कारणवश अनुपस्थित रहती है, जिससे अभीतक जांच पूरी नहीं हो पाई है।जांच अपने स्तर पर जारी है, जिसमें अभीतक महाप्रबंधक पर लगे आरोप सिद्ध नहीं हुए है।
दोनों पक्षों में से किसी भी पक्ष पर फैसला अभी आया नहीं है। इसके बावजूद मामले पर बड़े लेवल का अप्प्रोच लगाकर मामले को एकतरफा दिखाने की कोशिश की जा रही है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस महिला ने महाप्रबंधक पर यह आरोप लगाया है, उस महिला पर पहले किसी मामले को लेकर विभागीय जांच बैठी थी, जिसकी जांच जीएम ने की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में विभाग के एक पूर्व अधिकारी के सम्मिलित होने की आशंका जताई जा रही है। कुछ लोगो के अनुसार शायद मामला कुछ और भी हो सकता है जिसे किसी और तरीके से बनाकर पेश किया जा रहा है। बरहाल इस मामले पर एक पक्षीय खबर नहीं चलाई जा सकती जबतक अधिकारी पर लगे मामले सिध्द नहीं हो जाते।