नागिन का बदला, दो दिन में 26 लोगों को डसा, एक की मौत, कई अस्पताल में, मारे दहशत के इलाका छोड़ने लगे लोग

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लखनऊ / नाग-नागिन की मौत और उसके बदले को लेकर कई किस्से कहानियां पढ़ने को मिलती है | कभी नाग तो कभी नागिन के बदले को लेकर कई फिल्मे भी सुर्ख़ियों में रही है | अरसे बाद एक बार फिर ऐसी घटना सामने आई है , जिसकी भुक्तभोगी तस्दीक कर रहे है | सर्पदंश का इलाज कराने के लिए पीड़ित लोग कभी अस्पताल तो कभी सपेरों की चौखट पर नजर आ रहे है | नागिन का बदला जैसे मामले मौजूदा दौर में शायद ही कहीं देखने-सुनने को मिलते है | लेकिन इस खबर ने नाग-नागिन के बदले की कहानियों को एक बार फिर लोगों के सामने ला दिया है |

एक नागिन ने एक-दो नहीं बल्कि एक-एक कर अब तक 26 लोगों को डस लिया | इसमें से एक शख्स की मौत हो गई | यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि हकीकत है | दरअसल उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले एक एक इलाके में नागिन के बदले से बचने के लिए लोग पलायन कर रहे है | हैरान कर देने वाली इस खबर के बाद कई लोग उस इलाके में पहुंचे , उन्होंने भी घटना की हकीकत जाहिर की | बताया जाता है कि हाल ही में कुछ लोगों ने एक नाग को मार दिया | ग्रामीणों के मुताबिक नाग पंचमी के दिन इस नाग को मारे जाने से गुस्साई नागिन अब बदला लेने में उतारू है | वो इस इलाके के लोगों को चुन- चुन कर डस रही है |

बहराइच के रुपईडीहा थाने के बाबागंज इलाके में नागिन के बदले को लेकर दहशत है | बताया जाता है कि नाग पंचमी के दिन उस नाग को मारने के बाद ग्रामीणों ने उसे ठिकाने लगा दिया था | इसके बाद से अचानक नागिन हमलावर हो गई | इस घटना के बाद दो दिन में संदीप, गुलाबी देवी, शीला देवी, माया देवी, झल्ले, नेहा, धर्म प्रकाश, विपिन, चिरकू, भागीरथ की पत्नी, नगरिया, बैधे, पवन समेत 26 ग्रामीणों को नागिन ने डस लिया है | इसमें एक ग्रामीण मुंशी राम की मौत हो गई है | पीड़ितों ने बताया कि सोते समय उन्हें सर्प दंश का अहसास होता है, लेकिन उन्हें नागिन दिखाई भी नहीं देती है | यहाँ तक कि झाड़-फूंक करने वाले भी गांव में जाने से कतरा रहे हैं | गांव में दहशत का माहौल है, लोग अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए अपने नाते-रिश्तेदारी में भेज रहे हैं |

ग्रामीणों के मुताबिक नाग पंचमी के दिन से उनका सुकून छीन गया है | उनके मुताबिक गांव के मंदिर में यह नाग-नागिन का जोड़ा रहता था | उनके मुताबिक इसी नाग को ग्रामीणों ने एक खेत में मार डाला | उसके बाद से गुस्साई नागिन गांव में आतंक मचा रही है | इस दौरान कई लोग उस पुरानी कहानी की चर्चा छेड़ रहे है , जिसमे बताया गया है कि नाग को मारने वाले लोगों की फोटो-तस्वीरें उसकी आंखों में छप जाती है | फिर नागिन उन तस्वीरों को पहचान कर बदला लेती है | भले ही यह अन्धविश्वास का मामला हो , लेकिन इस अजीबो-गरीब घटना से लोग दहशत में है | नागिन के दंश से बचने के लिए अब ग्रामीणों ने भी गांव छोड़ना शुरू कर दिया है |

बताया जाता है कि यह खेतिहर इलाका है | आमतौर पर यहां बारिश के मौसम में खेतों में पानी भर जाने से कई जहरीले सांप निकलते हैं | इस इलाके से सटे शंकरपुर, चिलबिला, बेलभरिया सहित कुछ अन्य गांव में इस मौसम में दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण सहित आधा दर्जन पशुओं को सांप ने डसा है | सर्पदंश का सिलसिला बारिश के मौसम में अक्सर नजर आता है | ग्रामीणों के मुताबिक शंकरपुर में रहने वाले इबरार नामक शख्स को नागपंचमी के दिन सांप ने काटने की कोशिश की | उस वक्त इबरार पशुओं को चारा डाल रहा था |

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इस दौरान भाग कर उसने किसी तरह अपनी जान बचाई | इस बीच ग्रामीणों ने इक्क्ठा होकर उस सांप को मार डाला | स्थानीय लोग अब उस नागिन को पकड़ने के लिए सपेरों को बुला रहे हैं | लेकिन सपेरे भी उनकी मदद से कतरा रहे है | सपेरा शरीफा का कहना है कि ‘यह बारिश का मौसम है और बड़ी संख्या में सांप हैं | हम उन सभी को नहीं पकड़ सकते है’ | फ़िलहाल ग्रामीणों में दहशत है , वहीं , इलाके में अन्धविश्वास दूर करने वाली संस्थाओं और उससे जुड़े कार्यकर्ताओं की जरूरत महसूस की जा रही है , ताकि ग्रामीणों के बीच फैली नाग-नागिन के बदले जैसी कहानियों की हकीकत से रूबरू कराया जा सके |