बिहार में शराबबंदी की हकीकत आई सामने , ड्राई स्टेट के बावजूद शराब के जाम टकराने में कोई कमी नहीं, सर्वे में खुलासा ,तेलंगाना और महाराष्ट्र में बह रही है शराब की नदियां  

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नई दिल्ली / बिहार में 2016 से शराबबंदी का दौर जारी है | दरअसल नीतीश कुमार के लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के बाद राज्य में शराबबंदी का प्रयोग शुरू हुआ | सामाजिक हालातों के मद्देनजर उन्होंने राज्य के सबसे बड़े मुद्दे की नब्ज पकड़ी और शराबबंदी लागू कर दी। लेकिन बिहार में शराबबंदी अब शगूफा बनकर रह गई है | नेपाल समेत  देश के अन्य राज्यों से हो रही शराब की तस्करी से इस प्रदेश में जाम टकराने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है | एक सर्वे से ऐसा आंकड़ा सामने आया है, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत शराबबंदी का समर्थन करने वालों के होश उड़ा सकता है। दरअसल, ड्राई स्टेट घोषित होने के बावजूद बिहार के लोग महाराष्ट्र से ज्यादा शराब का सेवन कर रहे हैं। यह खुलासा राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20 के दौरान हुआ है ।  

इस सर्वे में बताया गया है कि बिहार की पुरुष जनता में से करीब 15.5 प्रतिशत लोग शराब का सेवन कर रहे हैं। इनमें 15 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोग शामिल हैं। सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि बिहार के देहाती इलाकों में शहरी इलाकों के मुकाबले शराब की खपत ज्यादा है। दरअसल, बिहार के शहरी इलाकों में 14 प्रतिशत लोग शराब पी रहे हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह आंकड़ा 15.8 प्रतिशत का है। बिहार में शराब पीने के आंकड़े इस वजह से गौर करने वाले हैं, क्योंकि राज्य में अप्रैल 2016 से पूर्णतय शराबबंदी लागू है।

सर्वे में पता चला है कि पुरुषों द्वारा शराब पीने के मामले में बिहार के बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में 13.9 प्रतिशत पुरुष आबादी शराब पीती है, जिनमें 15 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोग शामिल हैं।अगर महिलाओं के शराब पीने की बात करें तो महाराष्ट्र और बिहार के आंकड़े एक जैसे हैं। हालांकि, ग्रामीण और शहरी इलाकों में शराब की खपत पर गौर करें तो महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में बिहार के शहरी इलाकों के मुकाबले महिलाओं द्वारा शराब की खपत कम है। बिहार के शहरी इलाकों में 0.5 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती हैं, जबकि महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 0.3 प्रतिशत है। 

हालांकि, महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में बिहार के मुकाबले महिलाओं द्वारा शराब की खपत ज्यादा है। महाराष्ट्र के देहात क्षेत्रों में 0.5 प्रतिशत महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, जबकि बिहार में यह आंकड़ा 0.4 प्रतिशत है। गौरतलब है कि देश में सिक्किम में सबसे ज्यादा महिलाएं शराब पीती हैं। इनका प्रतिशत 16.2 है, जबकि 7.2 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर असम है।

अगर पूरी आबादी के हिसाब से शराब की खपत देखें तो तेलंगाना पहले पायदान पर है। यहां कुल आबादी में से 43.3 प्रतिशत लोग शराब पीते हैं। रोचक तथ्य यह है कि पार्टियों के लिए मशहूर गोवा इस मामले में पीछे है। यहां सिर्फ 36.9 प्रतिशत लोग ही शराब का सेवन करते हैं। गुजरात और जम्मू-कश्मीर में शराब पीने वालों का आंकड़ा काफी कम है। यहां क्रमश: 5.8 और 8.8 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं।  वहीं, तंबाकू सेवन पर गौर फरमाएं तो पहले नंबर पर मिजोरम का नाम आता है। यहां 77.8 प्रतिशत पुरुष और 62 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करते हैं। वहीं, पुरुषों द्वारा तंबाकू की सबसे कम खपत केरल और गोवा में है। यहां क्रमश: 17 और 18 प्रतिशत पुरुष ही तंबाकू खाते हैं। हालांकि, महिलाओं द्वारा तंबाकू का सेवन हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा कम है। गौरतलब है कि यह सर्वे पूरे देश 6.1 लाख लोगों पर किया गया था।