छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर डटे पुलिस कर्मियों की आत्महत्याओं का सिलसिला थामे नहीं थम रहा, फिर एक जवान ने खुद को मारी गोली, जाँच में जुटी पुलिस

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रिपोर्टर – रफीक खांन

सुकमा / छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर आत्महत्याएं दुखदायी साबित हो रही है | पुलिस और केंद्र सुरक्षा बलों के आलाधिकारी आत्महत्यों को रोकने के मामले में नाकाम साबित हुए है | बताया जाता है कि नक्सली मोर्चे पर आज भी सैकड़ों जवान तनाव और अवसाद के दौर से गुजर रहे है | उनकी समस्यों के निराकरण के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं होने के चलते ये जवान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे है | राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के दर्जनों जवान सालाना आत्महत्या करते है | हर साल आत्महत्या करने वाले जवानों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है | इसके बावजूद इस तरह के मामलों में रोकथाम लगाने के लिए आलाधिकारियों की दिलचस्पी ना लेना भी चिंताजनक बना हुआ है | रविवार तड़के सुकमा में तैनात एक जवान ने सर्विस रायफल से खुद पर गोली दाग ली | मौके पर ही उसकी मौत हो गई | यह मामला पुसपाल थाना क्षेत्र का है।

बताया जा रहा है कि जवान कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। जवान 3 दिन पहले 26 नवंबर को ही छुट्टी के बाद घर से लौटा था। जानकारी के मुताबिक, शांति नगर तालाब रोड भिलाई निवासी दिनेश वर्मा पुत्र बंशीलाल वर्मा CAF चौथी बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात था। उसकी ड्यूटी इन दिनों सुकमा के पुरसपाल स्थित कैंप में थी। जवान रविवार सुबह मेस में काम कर रहा था। इसी दौरान अचानक से बैरक में चला गया। सुबह करीब 8.50 बजे गोलियां चलने की आवाज सुनकर साथी जवान भागकर बैरक में पहुंचे। वहां दिनेश का शव लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि दिनेश ने अपनी सर्विस राइफल से करीब 6 राउंड फायरिंग की। गोलियां उसके शरीर के आर-पार निकल गईं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। थाना प्रभारी पुसपाल और एसडीओपी तोंगपाल भी पहुंच गए हैं। मामले को लेकर साथी जवानों से पूछताछ हो रही है। हालांकि अभी तक उसके आत्महत्या करने का कारण सामने नहीं आ सका है।

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