रिपोर्टर – नईम खान
मुंगेली / छत्तीसगढ़ के मुंगेली में एक तरफ जहां मुंगेली जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने 17 से 23 सितंबर तक जिले में लॉकडाउन किया है वहीं दूसरी ओर मानो जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रशासन ही कोरोना को फैलने के लिए आमंत्रित कर रहा है दरअसल सोमवार की रात कोरोना से एक महिला की मौत हो गई थी जिसका नियम अनुसार बकायदा प्रशासन के अधिकारी या कर्मचारियों की मौजूदगी में नियमों का पालन करते हुए शासन के गाइडलाइंस के मुताबिक अंतिम संस्कार किया जाना था। मगर जिम्मेदारों की लापरवाही देखिए कि परिवार वालो को महज दो कीट देकर अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया। इसके बाद नाराजगी जाहिर करते हुए परिजनों ने कहा कि मृत शरीर को कंधा देने के लिए चार से छह लोगों की आवश्यकता होती है तब कहीं जाकर 4 कीट और दिए गए ।
मौके पर प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी नहीं होने से मृत महिला के कुछ परिवार जन जोकि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद होम आइसोलेशन में रह रहे थे उन लोगों ने घर से बाहर निकलकर अंतिम संस्कार में शामिल हुए। और रात करीब 1 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया।इतना सब होने के बाद भी आगे जो हुआ उससे कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका तो है ही इसके अलावा लोगों में भारी नाराजगी भी देखी जा रही है दरअसल अंतिम संस्कार के वक्त प्रशासनिक उदासीनता के चलते अंतिम संस्कार के बाद उनके परिजनों ने कब्रिस्तान परिसर व उससे लगे चौक पर यूज किए गये पीपीई कीट को फेंक दिया । जिससे संक्रमण फैलने की आशंका से जहाँ इंकार नही किया जा सकता तो वही इससे स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी भी देखी जा रही है..हालांकि अब इस प्रकरण में मीडिया की दखल के बाद पीपीई कीट को आग से डिस्पोज किया.!