बिलासपुर / विश्व की सबसे उम्र दराज महिला भारत में पाई गई है | लेकिन जागरूकता और जानकारी के आभाव में बुजुर्ग महिला का वर्ल्ड रिकार्ड जापान के नाम दर्ज है | लेकिन ख़ुशी की बात यह है कि प्रशासन ने गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में इस महिला का नाम दर्ज कराने के लिए अपनी मुहीम छेड़ दी है | दरअसल हिमाचल प्रदेश में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला सामने आई है। आधार कार्ड में उनकी उम्र 130 साल है। उनका जन्म वर्ष 1890 में हुआ था ।इस बुजुर्गवार महिला के जीवित होने का खुलासा उस समय हुआ जब महिला जिला बिलासपुर के घुमारवीं के पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं थी । पुराने दस्तावेजों में दर्ज उनके जन्मदिन की जब पड़ताल की गई तो अफसर हैरत में पड़ गए | सरकारी रिकार्ड में पपलाह की मंशा देवी स्याल के जन्म वर्ष को देखकर हर कोई दंग था |
बिलासपुर के डिप्टी कमिश्नर का कहना है कि मंशा देवी की उम्र को लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड का दावा करने की तैयारी शुरू कर दी गई है | उनके मुताबिक जन्म से जुड़े तमाम पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे है | ताकि गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके | उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने बताया कि इस महिला की उम्र से जुड़े तथ्यों की जांच भी की जा रही है | ताकि दावे को लेकर आपत्तियों को भी सुलझाया जा सके | बुजुर्ग महिला के परिवार में कोई ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं होने से उनकी उम्र को लेकर किसी ने अभी तक कोई जिक्र या दावा नहीं किया था | लेकिन अब प्रशासन की नजर पड़ने के बाद एक नई पहल शुरू हुई है ।
बताया जा रहा है कि घुमारवीं की इस महिला के छह बच्चे थे। इनमें दो की मौत हो चुकी है। महिला के बडे़ बेटे की मौत 81 साल की उम्र में साल 2004 में हुई थी। वहीं बेटे से ढाई साल बड़ी एक बेटी थी, जिनकी भी मौत हो चुकी है। ऐसे में अंदजा लगाया जा रहा है कि वर्ष 2021 में उनकी बड़ी बेटी जीवित होती तो उनकी उम्र 100 साल होती। यह महिला इतनी बुजुर्ग होने के बावजूद आज भी कामकाजी है | वो घर का सारा काम संभालती है | सुबह पांच बजे उठकर नहाना-धोना और योगा करना उनकी आदत में है | इसके बाद वे घर की साफ सफाई और आंगन झाड़ने का काम करती है | इस बुजुर्ग महिला के घर साग सब्जियों और फूलों के पौधे भी है | जिनकी देखभाल वे स्वयं करती है | नाते-रिश्तेदारों की आर्थिक मदद और सरकारी पेंशन के जरिये उनकी रोजी रोटी चलती है | बताया गया कि यह बुजुर्ग महिला रोजाना सुबह दो गिलास गर्म पानी , नाश्ते में एक गिलास गाय का दूध के साथ दो रोटियां खाती है |
दोपहर के खाने में दो रोटियों के साथ दाल चावल और हरी साग सब्जिया लेती है | रात में खाने के बजाये वे शाम को ही भरपेट भोजन कर लेती है | सुबह-शाम पैदल टहलने की सालों पुरानी आदत मंशा देवी की दिनचर्या में आज भी बनी हुई है | वे पूरी तरह से शाकाहारी है और खुशमिजाजी के साथ अपना जीवन यापन कर रही है | बताया गया कि मंशा देवी के भीतर काफी ऊर्जा है | वे कामकाज को लेकर किसी पर आश्रित नहीं है | उनके दुबारा दांत आये है | हालांकि वे चश्मा पहनती है |
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इधर आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला रूस की जीन केलिमेंट हैं , कहा जाता है कि उनका वर्ष 1997 में 122 साल की आयु में देहांत हुआ था। जबकि वर्तमान में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जापान की 188 वर्षीय केन तनाका का नाम सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के तहत दर्ज है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही उनके बजाये भारत की मंशा देवी के नाम यह रिकार्ड दुरुस्त होगा |