सरकारी महकमों के वाहनों के नंबर प्लेट से नहीं हट रहा रुतबा, कलेक्टर, सहित समस्त विभाग के सीईओ, सी एम ओ, एस डी एम समेत जिला एवं ब्लॉक के अन्य अधिकारी इस तरह लिखवाए पदनाम , खैरागढ़ मुख्य नगरपालिका अधिकारी व जन प्रतिनिधि उड़ा रहे परिवहन नियमों की धज्जियां, देखे वीडियों

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रिपोर्टर – नितिन कुमार भांडेकर

खैरागढ़ / वाहनों में नंबर प्लेट वाहनों की पहचान होती है। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नियमानुसार नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है, लेकिन अब ये नंबर प्लेट नंबर की जगह पदनाम में तब्दील होती जा रही है। ज्यादातर वाहनें फिर चाहे वह कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एस डी एम , सी एम ओ , विधायक, सांसद की हो या अन्य विभागीय अधिकारियों की , इनके द्वारा नंबर प्लेट में बड़े अक्षरों में पदनाम लिखकर अपनी धौंस जमा रहे हैं। सड़कों पर ऐसे वाहन सैकड़ों की तादाद में दौड़ रहे हैं, लेकिन राजनांदगांव परिवहन व पुलिस विभाग उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

राजनांदगांव एवं खैरागढ़ शहर के किसी भी चौराहे या तिराहे पर खड़े हो जाइए आपको पदनाम लिखी नंबर प्लेट वाली गाडिय़ां दिख जाएंगी। ऐसा इसलिए है कि खुद कानून की रक्षा करने वाले अधिकारी ही ऐसा कर रहे हैं। मंगलवार को टीएल के दौरान जिले के सभी विभागीय अधिकारी अपने वाहनों से कलेक्टोरेट पहुंचते है , जहां पर आप देख सकते हैं कि ज्यादातर अधिकारियों की गाडिय़ों में नंबर प्लेट में नंबर से बड़े अकार में उनका पदनाम लिखा हुआ पाया जाता है।ऐसा केवल जिलास्तर या ब्लाक के अधकारी ही नहीं बल्कि खुद आईएएस अधिकारी यानि कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ की गाडिय़ों में लिखा गया है। अब जब जिले के मुखिया और विधायक, सांसद ऐसा करेंगे तो फिर अन्य लोगों व अधिकारियों को कौन रोकेगा।

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::इस तरह होनी चाहिए नंबर प्लेट:―

  1. वाहनों के आगे और पीछे हर हाल में स्पष्ट अक्षरों में काले रंग से नंबर लिखा होना चाहिए।
  2. नंबर प्लेट चमकीली नहीं होनी चाहिए।
  3. नंबर प्लेट ऐसी होनी चाहिए, जो कि अंधेरे में साफ दिखाई दे।
  4. स्टाइलिश या आड़े तिरछे अक्षर नहीं लिखे होने चाहिए।
  5. नंबर का साइज ऐसा हो जो कि दूर से पढ़ा जा सके।

अपर कलेक्टर की गाड़ी में नंबर के ठीक ऊपर लाल रंग की पट्टी में पदनाम लिखा है तो वहीं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने तो बड़ा सा बोर्ड लगाया है।कलेक्टर टी के वर्मा व जिला पंचायत सीईओ की गाड़ी में नंबर दिखे न दिखे लेकिन कलेक्टर और सीईओ दूर से दिख जाएगा और सड़क में चल रहे दूसरे वाहन डर के मारे दूर से ही सड़क छोड़ देंगे, फिर चाहे वह दुर्घटनाग्रस्त ही क्यों न हो जाए।ऐसे ही हाल खैरागढ़ नगरपालिका में नवपदस्थ मुख्यकार्यपालन अधिकारी सीमा बक्सी का भी है जो कुछ ही दिन हुए थे की खैरागढ़ नगरपालिका में अपना कार्यभार संभाले, पर खैरागढ़ में पदभार ग्रहण करते ही अपनी पुरानी वाहन को बदल कर अब उनके द्वारा हुंडई की नई कार खरीद ली गई जिसका नम्बर: CG04NC7775 है फिलहाल हमें उनके वाहनों की खरीदी बिक्री से कोई मतलब नहीं किंतु इनके द्वारा अपनी निजी कार सीजी 04एन सी 7775 में लाल पट्टी में छत्तीसगढ़ शासन एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी लिखा हुआ है उससे एतराज है क्योंकि जिस तरह से इनके द्वारा छत्तीसगढ़ परिवहन अधिनियम एवं बिलासपुर हाइकोर्ट के आदेश की अवहेलना की गई है।

वह एक गंभीर मामला है। खैर खैरागढ़ केशासकीय वाहनों में पदनाम लिखवाने का जो सिलसिला चला है जिनमेंडीएफओ व एसडीएम और अन्य विभाग के शासकीय वाहन भी हैं जिनमें बड़े अक्षर में लाल रंग की प्लेट में डीएफओ व एसडीएम पदनाम लिखा हुआ पाना अब आम बात हो गयी है।( अब देखना ये है कि कानून का पाठ पढ़ाने वाली प्रशासनिक अधिकारी इस खबर के बाद खुद पर क्या कार्यवाही करती है । )

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