रिपोर्टर – मनोज सागर
भोपाल / मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी अफसरों और कर्मियों पर कमलनाथ सरकार ने अपनी निगाहें तिरछी कर ली है | पहले ही झटके में कांग्रेस सरकार ने ग्वालियर और गुना के कलेक्टर समेत आधा दर्जन अफसरों के तबादले कर दिए है | राजनीतिक उथल पुथल के बीच प्रशासनिक गलियारे में हुई इस कार्रवाई से नौकरशाही हैरत में है | सिंधिया के भोपाल पहुँचाने के पहले राज्य सरकार ने 5 जिलों के कलेक्टरों के तबादले कर अपना पैगाम भेजा है |
भोपाल में सिंधिया के स्वागत सत्कार की तैयारी जोर शोर से चल रही है, वे शुक्रवार को राज्यसभा का नामांकन दाखिल करेंगे | इस बीच ग्वालियर और गुना कलेक्टर के तबादले को राजनैतिक चश्मे से देखा जा रहा है | तबादला सूची के मुताबिक 2007 बैच के सिक्किम कैडर के आईएएस जीतेंद्र सिंह राजे को नीमच का कलेक्टर बनाया गया है, वहीं 2008 बैच के आईएएस एस विश्वनाथ को गुना का नया कलेक्टर बनाया गया था, इससे पहले वो हरदा के कलेक्टर थे। 2010 बैच के आईएएस कौशलेंद्र विक्रम सिंह को ग्वालियर का नया कलेक्टर बनाया गया, वो विदिशा के कलेक्टर थे।
2010 बैच के आईएएस ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी को मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया है। 2010 बैच के आईएएस और गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार को भी मंत्रालय में उप सचिव बना दिया गया है। जबकि 2012 बैच के आईएस पंकज जैन को विदिशा और 2012 बैच के आईएएस अनुराग वर्मा को हरदा का कलेक्टर बनाया गया है। नौकरशाहों के इस तबादले के बाद तीन दर्जन से ज्यादा उन अफसरों की भी सूची तैयार हो रही है, जो पीडब्लूडी, सिंचाई, पीएचई और ग्रामीण विकास विभाग में पदस्थ है |