National Unity Day 2024: देश आज (31 अक्टूबर 2024) को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मना रहा है. हर साल इस दिन को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड में भी हिस्सा लिया. अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना आतंकवादियों के ‘आकाओं’ को चेतावनी दी. मोदी ने कहा कि “आतंकवादियों के ‘आकाओं’ को अब पता है कि भारत को नुकसान पहुंचाया तो भारत उन्हें नहीं छोड़ेगा!’
मोदी ने आगे कहा, ‘पूर्वोत्तर ने कई चुनौतियों का सामना किया लेकिन हमने संवाद, विश्वास और विकास के जरिए अलगाव की आग को शांत किया है… बीते 10 सालों के अथक प्रयासों से आज नक्सलवाद भी भारत में अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है…’
PM मोदी ने गुजरात में कहा, ‘भारत के बाहर और अंदर कुछ ताकतें देश को अस्थिर करने के लिए काम कर रही हैं. जंगलों में नक्सलवाद खत्म हो रहा है, अर्बन नक्सल अपना सिर उठा रहे हैं. हमें अर्बन नक्सलों की पहचान करके उन्हें बेनकाब करना है. आज अर्बन नक्सली उन लोगों को भी निशाना बनाते हैं जो कहते हैं कि अगर हम एकजुट रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे.’
मोदी ने कहा, ‘आज हमारे सामने एक ऐसा भारत है, जिसके पास दृष्टि भी है, दिशा भी है और दृढ़ता भी है. ऐसा भारत… जो सशक्त भी है और समावेशी भी है. जो संवेदनशील भी है और सतर्क भी है. जो विनम्र भी है और विकसित होने की राह पर भी है. जो शक्ति और शांति दोनों का महत्व जानता है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज पूरे देश को खुशी है कि आजादी के सात दशक बाद देश में एक देश और एक संविधान का संकल्प भी पूरा हुआ है. सरदार साहब को मेरी ये सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है. 70 साल तक बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ था. संविधान की माला जपने वालों ने संविधान का ऐसा घोर अपमान किया था. कारण था, जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद-370 की दीवार.’
उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद-370 को हमेशा-हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दिया गया है. पहली बार वहां इस विधानसभा चुनाव में बिना भेदभाव के मतदान किया गया. पहली बार वहां के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान की शपथ ली है. ये दृश्य भारत के संविधान निर्माताओं को अत्यंत संतोष देता होगा, उनकी आत्माओं को शांति मिलती होगी और ये संविधान निर्माताओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है.’
राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने केवड़िया, गुजरात में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर लोगों को एकता की शपथ दिलाई. इस शपथ की शुरुआत कुछ इस प्रकार है: ‘मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा…’