तेलंगाना आंध्रप्रदेश के गोद में बसी अंतिम सीमा क्षेत्र छ.ग. के वन ग्राम मराईगुड़ा पहूंचे मंत्री लखमा ,गौठान व शबरी तट तक के मुख्यमंत्री सड़क निर्माण का किया भूमि पूजन

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रिपोर्टर – रफीक खांन

सुकमा – तेलंगाना आंध्रप्रदेश के अंतिम सीमा क्षेत्र छ.ग. के वन ग्राम मराईगुड़ा पहूंच छत्तीसगढ़ शासन के आबकारी एवं वाणिज्य कर उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने गौठान का भूमिपूजन किया । ज्ञात हो कि मंत्री लखमा बितें तीन दिनों से अपने गृह जिले सुकमा कोंटा विधानसभा क्षेत्र की दौरे पर है । संपूर्ण लाॅक डाउन अवधि के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र के पहले दौरे पर निकले मंत्री ने बितें दिनों जगह जगह निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया । शुक्रवार को कोंटा पहूंच नगर पंचायत में भिन्न भिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन कर संध्या कोंटा के पुरानी बस्ती स्थित जाकिर हुसैन के घर रमज़ान मुबारक के तहत रोज़ा इफ्तार में शामिल हो कर रेस्टआऊस में विश्राम किया । सुबह आंध्रप्रदेश तेलंगाना की गोद में बसे सुकमा जिला के वन ग्राम मराईगुड़ा पहूंच गौठान का भूमिपूजन किया । इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोड्डू राजा डिप्टी कलेक्टर ओ पी कोसरिया सहित एसडीएम हिमांचल साहू जनपद पंचायत सीईओ तहसीलदार पी एल नाग जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश नगर पंचायत उपाध्यक्ष जाकिर हुसैन ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुधीर पांडे सरपंच हपका मारा मौजूद थे ।

इस दौरान मंत्री लखमा ने वन ग्राम मराईगुड़ा में पड़ोसी राज्य तेलंगाना से मराईगुड़ा तथा हाल में गोल्लापल्ली विद्युत आपूर्ति सेवा से घर घर रौशन करने की अपने पहल की जानकारी देते हूए कहा कि बितें अवधि में कांग्रेस की सरकार के चलते वनांचल के अनेक गाँवों में बिजली सेवा आपूर्ति की गई । आने समय में सीमा क्षेत्र के सभी आंचलिक गाँवों में एक साल की अवधि में सभी गाँवों में बिजली पहूंचाने की बात कहते क्षेत्र के सभी स्कूल आश्रम छात्रावासों को मूल गाँवों में ले जाते हूए समस्याओं को दूर करने की बात कही। इस दौरान धान खरीदी की शेष राशि योजना के रूप में लेते हुए इक्कीस तारीख को देने की बात कहते अन्य जैविक खेती को भी इसमें शामिल करने की बात कही । अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हूए कोरोना के चलते माल वाहक मोटर परिवहन को एक महीने की टैक्स फ्री बीस करोड़ रुपये तक की छूट देने सहित राज्य परिवार बस संचालकों को दो महीने तक की टैक्स छूट देने की निर्णय लेने तथा अन्य वनोपज संग्रहणकर्ताओं को उचित दाम देने वाली पहली हिंदुस्तान की सरकार कहते अपने प्रभाव क्षेत्र में शिक्षा दूतों अन्य क्षेत्र की अपेक्षा ज्यादा मानदेय दिलाने की बात कहते क्षेत्र की सेवा पर सदा तत्पर रहने की बात कहते स्थानीय प्रशासन की कामों की तारीख करते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया ।