लॉकडाउन से पहले शहर की सडक़ों पर लगा जाम, खरीददारी करने निकले लोग, कोरोना संकट और बढ़ेगा?

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रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना

रायगढ़ / पूरे प्रदेश में कोविड कोरोना के बढ़ते मरीज अन्य प्रदेशों के आंकडो के दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब राज्य शासन के दिशा निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों के कलेक्टरों ने एक बार फिर से सप्ताह भर का लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। बावजूद इसके जनता घरों में बैठने की बजाए किसी न किसी बहाने सडक़ पर निकलने से नही चूक रहे हैं। जिसके चलते कोरोना वायरस और चार गुनी गति से बढ़ेगा इससे इंकार नही किया जा सकता। जिले के कलेक्टर ने अपने-अपने स्तर पर जनता को इस महामारी से बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया है। लेकिन अब जनता कोरोना की बजाए अपनी रोजी रोटी की समस्या के साथ-साथ घरों की समस्या दूर करने के लिए कोई भी नियम पालन नही करना चाहते। जिससे लगता है कि प्रशासन व जनता के बीच तालमेल नही बनता है तो आने वाले समय में रोजाना आने वाले कोविड़ कोरोना के आंकड़े पांच गुनी रफ्तार से बढेंगे।

छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, जशपुर, कोरबा, राजनांदगांव के अलावा अन्य जिलों में 21 सितंबर से 30 सितंबर तक लॉकडाउन की घोषणा हो चुकी है वहीं रायगढ़ जिले में भी नगरीय निकायों में 24 से 30 सितंबर तक लॉकडाउन की घोषणा हो गई है और इस घोषणा के तुरंत बाद जनता सडक़ पर इस कदर उतर गई है कि हर चौक-चौराहों में जाम देखने को मिल रहा है। ट्रेफिक विभग अपने स्तर पर छोटे मोटे प्रयास कर रहा है लेकिन जनता है कि इस जाम में और भीड़ बढ़ाने से नही चूक रही है। शहर के सुभाष चौक, मंदिर चौक, स्टेशन चौक, श्याम टाकीज चौक, हटरी चौक, ऐसे बड़े इलाके हैं जहां रोजमर्रा के सामान के अलावा अन्य बड़ी दुकानों के होनें से लोग सप्ताह भर का सामान खरीदने के लिए काम छोड़ कर निकल गए हैं। इस भारी भीड़ व जाम से महामारी का रूप ले चुकी कोरोना बीमारी और बढ़ेगी इससे इंकार नही किया जा सकता। चूंकि सोशल डिस्टेंश की उड़ती धज्जियां बताती है कि लोगों को अब घर की चिंता ज्यादा है, जान की चिंता कम है। हकीकत से कोसो दूर जनता प्रशासन की बात गंभीरता से लेने की बजाए अपनी रोजमर्रा की समस्या को दूर करने में लगी है। आने वाले समय में रायगढ़ जिला कोविड़ कोरोना महामारी के आंकड़ो में प्रदेश की राजधानी रायपुर के आसपास ही रहेगा यह दिखने लगा है। चूंकि इस जिले से दोहरे शतक के आंकड़े इसके संकेत है कि लोगों ने सेनेटाईजर, मास्क का उपयोग न के बराबर कर रहे हैं जिससे यह महामारी एक दूसरे व्यक्ति से होते हुए घर तक पहुंच रही है। हाल ही में खुद जिले के कलेक्टर भीम सिंह ने माना है कि अब रायगढ़ जिले में कम्यूनिटी स्पै्रड का रूप कोरोना ले चुका है, जिसे रोकने के लिए लॉकडाउन ही एकमात्र उपाए है और इस बार लॉकडाउन पिछले लॉकडाउन से कहीं कड़ा होगा।