जयपुर। राजस्थान के भरतपुर से अब जो मामला सामने आया है, वह सबसे अलग और चौंकाने वाला है। जहां शादी तो टूट गई, लेकिन दुल्हन का हौसला नहीं टूटा। वह दूसरे दिन लड़के के घर पहुंची और धरने पर बैठ गई। कहने लगी कि अब जब तक जिंदा हूं, यहीं बैठी रहूंगी, साथ ही आसपास की दीवारों पर पोस्टर भी चिपका दिए।
दरअसल, भरतपुर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले महेशचंद की बेटी खुशबू की शादी प्रिंस नगर के रहने वाले वीरेंद्र कुंतल के बेटे कुशल कुमार के साथ तय हुई थी। 4 मार्च को शादी होनी थी लेकिन, दूल्हा कुशल बारात लेकर ही नहीं आया। दुल्हन रातभर मंडप में लाल जोड़ा पहन और हाथों में मेहंदी रचाए बैठी रही। पूरे परिवार ने सुबह तक इंतजार किया, कई बार फोन भी लगाए, लेकन दहेज की मांग पूरी नहीं होने के कारण कोई जवाब नहीं दिया। आखिर में दूसरे दिन दुल्हन खुशबू ने जो फैसला लिया वो हैरान करने वाला था।
खुशबू शादी का जोड़ उतार सोमवार सुबह-सुबह दूल्हे के घर पहुंची तो आसपास के लोग उसे देखकर हैरान थे। क्योंकि वो दूल्हे कुशल कुमार के घर के बाहर धरने पर बैठ गई। साथ ही उसने वहां अपनी शादी का पोस्टर भी चस्पा दिए। दुल्हन का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा वह धरने पर बैठी रहेगी। बता दें कि जैसे ही दुल्हन के धरने की सूचना पुलिस के पास पहुंची तो मौके पर पुलिस पहुंची और दुल्हन के पास समझाने का प्रयास किया। लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसकी सुरक्षा में एक महिला कांस्टेबल और एक पुरुष कांस्टेबल तैनात कर दिया।
पूरी रात से दुल्हन धरने पर बैठी है। बताया जाता है कि रात 10.30 बजे के करीब कॉलोनीवासियों ने लड़की के साथ बहस करने की कोशिश की। लड़की का कहना है कि कुछ लोग शराब पीकर उपद्रव भी किया। लेकिन वह वहां से नहीं उठी। वह पिछले कई घंटों से धरने पर है और अभी लड़के के घर के गेट पर जमी हुई है। दुल्हन की मांग है कि लड़के वालों ने बारात लाने से पहले लड़की वालों से 11 लाख रुपए की डिमांड की। लड़की के पिता महेश ने पैसे देने से मना कर दिया तो लड़के वाले बारात लेकर नहीं आए। दूल्हा कुशल कुमार उसके साथ शादी करें या फिर उसे सजा दी जाए। क्योंकि मैं पूरी रात सजी-धजी राह ताकती रही, लेकिन दूल्हा नहीं आया।