Site icon News Today Chhattisgarh

अस्पताल में हुआ अंधविश्वास का खेल, तांत्रिक के बहकावे में मृतक की आत्मा लेने पहुंचे परिजन

कोटा : राजस्थान के कोटा संभाग के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल में एक अजीबो-गरीब मामला सामना आया है. एक मृत व्यक्ति की आत्मा लेने के लिए उसके परिजन अस्पताल के गेट के बाहर देर तक अंधविश्वास का खेल खेलते रहे. बताया जा रहा है कि मृतक बालकिशन कन्नौज चित्तौड़गढ़ का रहने वाला था. तीन वर्ष पहले सिमलिया थाना क्षेत्र में 11 केवी की लाइन से चिपकने से उसकी मौत हो गई थी. बालकिशन की आत्मा को लेने के लिए उसके परिजन एमबीएस अस्पताल के मेन गेट पर तंत्र-मंत्र करते रहे.

परिजन राहुल ने बताया कि तीन साल पहले बालकिशन को करंट लग गया था जिसके उसको एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. इसके कुछ महीनों बाद उनके घर में कलेश होने लगा. परिवार के लोगों को परेशानी होने लगी और वो बीमार पड़ने लगे. घरवालों ने गांव के एक तांत्रिक को जब यह बताया तो उसने कहा कि बालकिशन की आत्मा कोटा के अस्पताल में भटक रही है. उसे वहां से मुक्ति दिलानी पड़ेगी तभी जाकर घर में शांति आएगी. तांत्रिक का कहा मान बालकिशन के परिजन उसके साथ कोटा स्थित एमबीएस अस्पताल पहुंचे. यहां के मुख्य द्वार पर तंत्र-मंत्र के साथ टोना-टोटके चालू हुए. एक मटका लेकर परिवारजन आगे-आगे चले. काफी देर तक यहां अंधविश्वास का खेल चलता रहा.

घंटों पूजा-पाठ करते हुए आत्मा को मनाने का कार्यक्रम चलता रहता है. भाव आने की घटना, झाड़-फूंक देख कर वहां भीड़ जुट गई. लोग आश्चर्यचकित होकर घटनाक्रम देखते रहे. हैरानी की बात रही कि अस्पताल प्रशासन की ओर से भी अंधविश्वास के इस खेल को रोका नहीं गया. कोटा के अस्पताल की यह घटना साबित करती है कि 21वीं सदी में भी समाज में अंधविश्वास कायम है. भले ही विज्ञान ने कितनी ही तरक्की कर ली हो, परंतु राजस्थान समेत देश के ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास अब भी बरकरार है. जिस पर लोग आंख मूंद कर भरोसा करते हैं.

Exit mobile version