रिपोर्टर – रफीक खान
सुकमा – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला में यूँ तो माओवादियों के खोखली विचारधारा को छोड़ मुख्यधारा पर लौटे कई आदिवासीयों के किस्से है । जो लोगों को कट्टरपंथी से दूर असली जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं । मानवता की मिशाल बने ऐसे ही एक आत्म समर्पित नक्सली जो इन दिनों सुकमा पुलिस लाइन में लोगों व जवानों के लिए कोविड 19 से बचने के लिए मास्क बना कर बाट रहा है । नक्सलीयों के लिए कभी कपड़े सिलाई करने वाला मड़काम लक्खा जिले में इन दिनों मानवता के साथ लोगों को सुरक्षित व स्वस्थ रहने का संदेश दे रहा है । 1998 से माओवादीयों के बाल संगठन में जुड़े लक्खा चिंतलनार थाना क्षेत्र से 1999 में आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ गया है ।
हैवानियत की जिंदगी से बना इंसान
सुकमा एस॰पी॰शलभ सिन्हा ने बताया लक्खा को नक्सली ग़लत कामों मे नाजायज़ तरीक़े से इस्तेमाल करते थे । हमारे पास आकर लक्खा इंसान बना है । मानवता कि मिसाल क़ायम करते हुए कोरोना जैसे बीमारी से बचने सैंकड़ों लोगों को मास्क खुद सिल कर दे रहा है । मुख्यधारा में लौटे लक्खा की सहयोग प्रशासन करेगी । एस॰पी॰शलभ सिन्हा ने अपील की है कि सभी भटके हुए नक्सली मुख्यधारा से जुड़कर अपना जीवन सार्थक बनायें ।