9 लाख का करामाती “बल्ब” , जिंदगी रौशन करने वाले इस बल्ब से उड़ी कारोबारी की नींद , ‘अलादीन का चिराग’ से रहस्य का पर्दा उठा इस तरह से

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नई दिल्ली / आमतौर पर रौशनी करने वाले 9 वाट के बल्ब की कीमत 100 रूपये के आसपास होती है | लेकिन किसी की जिंदगी रौशन करने वाले इस बल्ब की कीमत 9 लाख रूपये तय की गई थी | खरीददार ने इसकी खूबियों को परखते हुए तयशुदा कीमत पर उसे खरीद लिया | इस बल्ब की खासियत किसी ‘अलादीन का चिराग’ से कम नहीं आंकी गई थी | बल्ब के मालिक ने दावा किया था कि यह कोई आम बल्ब नहीं बल्कि वो जादुई चिराग है , जो इसके संपर्क में आने वालों की जिंदगी रौशन कर देगा | खरीददार ने मुँह मांगी कीमत पर इसे खरीदा | लेकिन दांव उल्टा पड़ गया | जिंदगी रौशन तो उस बल्ब के मालिक की हो गई , जबकि ग्राहक की रौशन जिंदगी में अँधेरा छा गया | इसका एहसास उसे तब हुआ जब उसे यकीन हो गया कि बाबा जी ने उसे ठगी का शिकार बना लिया है |   

दिल्ली के एक कारोबारी को बरेली में कुछ ठगों ने करामाती बल्ब के नाम पर 9 लाख रुपये का चूना लगा दिया | दरअसल तीन युवकों ने एक व्यापारी को कथित तौर पर 9 लाख में करामाती (जादुई)  बल्ब बेचा दिया | ठगों ने बिजनेसमैन को झांसा दिया कि इस बल्ब के जरिए उसे सोने जैसी महंगी धातुओं की प्राप्ति होगी और उसके घर में समृद्धि आएगी | आरोपी लखीमपुर खीरी के रहने वाले हैं |  आरोपी ने विशेष मैग्नेट के जरिए बल्ब को तरह तरह से जलाकर कारोबारी का विश्वास जीत लिया और फिर उसे वो बल्ब 9 लाख रुपये में बेचकर वहां से चलता बना | व्यापारी कोरोना वायरस महामारी की वजह से अपने कारोबार में नुकसान का सामना कर रहा था और आसानी से पैसा कमाना चाहता था | 

यह मामला तब सामने आया जब तीनों आरोपियों- छुटकन खान, मासूम खान और इरफान खान के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज हुई | वहीं पीड़ित कारोबारी और शिकायतकर्ता की पहचान नितेश मल्होत्रा ​​के रूप में हुई है| एक रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों में से एक ने मल्होत्रा ​​को कथित रूप से ‘करामाती’ बल्ब बेचने की पेशकश की |  पीड़ित के मुताबिक आरोपी ने कहा कि यह बल्ब समृद्धि प्रदान करेगा | मल्होत्रा को आरोपियों के इरादों पर शक नहीं हुआ और उसने उस बल्ब को  9 लाख रुपये में खरीद लिया जो कि एक साधारण बल्ब निकला | 

इस मामले को लेकर खीरी के एसएसपी विजय ढुल ने कहा, कि “इरफान पर आधा दर्जन धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं |  इससे पहले उसके खिलाफ एक मासूम से धोखाधड़ी और रंगदारी के मामले में भी केस दर्ज हो चुका है | इस साल अक्टूबर में, दो लोगों ने कथित तौर पर मेरठ में लंदन से लौटे एक डॉक्टर को ढाई करोड़ रुपये में ‘अलादीन का चिराग’ बेच दिया था |