रांची : झारखंड के सीएम के लिए अलग-अलग दो नामों की चर्चा चल रही है. इसमें सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और पिता शिबू सोरेन सबसे आगे है | इसके अलावा किसी अन्य नेता के सीएम बनने के कयास लगभग ख़त्म नज़र आ रहे हैं | सोरेन परिवार ने मुख्यमंत्री पद को जहाँ अपने परिवार के कब्ज़े में रखा है, वही इससे पार्टी में बगावत के आसार भी बढ़ गए है | हेमंत की पत्नी के अगले सीएम बनने की ख़बरों के बीच ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर अनुमंडल के लोग खुश हैं | उनका कहना है कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के करीब एक महीने बाद इस धरती की एक और बेटी मुख्यमंत्री का पद संभालेंगी |
दरअसल लोग इस बात से खुश हैं कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन उनके खिलाफ खनन पट्टा के मामले में बर्खास्त होने की स्थिति में अपने पति की जगह ले सकती हैं. कल्पना सोरेन बहलदा प्रखंड के तेंताला गांव की रहने वाली हैं. कल्पना सोरेन के पिता अम्पा मुर्मू के मुताबिक ”मैं खुश भी हूं और दुखी भी. मैं दुखी हूं क्योंकि मेरे दामाद हेमंत सोरेन राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहे हैं. मैं खुश भी हूं कि मेरी बेटी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा हो रही है. हम ऐसी स्थिति में हैं जहां सिक्के के दोनों पहलू हमारे पक्ष में हैं. कुछ भी हो, जीत हमारी है.”
उधर झारखंड के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सीएम हेमंत सोरेन की बर्खास्तगी हो सकती है | लेकिन राजनीतिक जानकारों और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का यह मानना है कि कल्पना सोरेन को सीएम बनाने में एक पेच फंस रही है. जिसमें कल्पना सोरेन को सीएम बनने के लिए विधानसभा चुनाव आदिवासी आरक्षित सीट से लड़ना होगा. इसके पीछे का कारण यह है कि कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली हैं| जबकि शिबू सोरेन अगर सीएम बनते हैं तो उनको राज्यसभा सदस्यता छोड़नी होगी | और उन्हे विधानसभा चुनाव लड़ना होगा | रांची में मुख्यमंत्री आवास से यूपीए विधायकों को कथित तौर पर राज्य से बाहर ले जाया गया है | ताकि विधायक पाला ना बदल सकें | बताया जाता है कि मौजूदा संकट में कांग्रेस में भी इधर से उधर के खेल के आसार बढ़ गए है |