रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल
राजनांदगांव / जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तब हैरानी होना लाजिमी है। नैतिकता की राह दिखाने वाली पुलिस का एक सिपाही ही वर्दी की गरिमा को तार-तार कर गया। कानून का रक्षक ही भक्षक बन गया, तो फिर समाज विरोधी तत्वों से निपटने के लिए जनता किसके पास जाए। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के चिल्हाटी थाना अंतर्गत उजागर हुआ हैं। यहां पदस्थ एक शादीशुदा आरक्षक ने नाबालिग लड़की की आबरू लूट ली। बीते बुधवार की रात आरक्षक रमेश बंजारे मोहगांव में अपने साथ एक नाबालिग युवती को किराए के मकान में ले गया। जहां बलात्कार की घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद युवती को बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाने के फिराक में था। तभी ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने उसकी जमकर धुनाई कर दी।
चिल्हाटी थाने में लड़की के परिजनों ने पहुंचकर आरक्षक के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई है। जिस पर पुलिस ने आरोपी आरक्षक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धारा 363, 376 व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है। वही प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक डी श्रवण ने आरोपी आरक्षक के विरूद्ध तत्काल विभागीय कार्रवाई करते हुए संविधान के अनुच्छेद 311 के खंड 2 के उपखंड ख के तहत बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।