नई दिल्ली / बिहार और देश के कई राज्यों में हार का सामना कर रही कांग्रेस अब डिजिटल युग में प्रवेश करने की तैयारी में है | शुक्रवार को पार्टी की झारखण्ड इकाई ने राहुल गाँधी पर सवाल उठाने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता फुरकान अंसारी को जहाँ नोटिस जारी किया है, वही अब कांग्रेस अपने नए पार्टी अध्यक्ष को चुनने के लिए बड़ा व ऐतिहासिक कदम उठाने के संकेत भी दिए है | उसने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुनने के लिए ऑनलाइन वोटिंग कराने का खांका तैयार किया है | इसके लिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों को जल्द ही डिजिटल वोटर कार्ड जारी किए जाएंगे। इस चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने करीब 1500 कांग्रेसियों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए उसने कांग्रेस की सभी इकाइयों से प्रतिनिधियों की तस्वीरें भेजने के लिए भी कहा है।
उधर ऑनलाइन वोटिंग से राहुल गांधी और प्रियंका के पार्टी की बागडोर संभालने की अटकले भी तेज हो गई है | कांग्रेस में राहुल – प्रियंका और सोनिया से छुटकारा पाने की कवायत में जुटे नेताओं को अंदेशा है कि नया सिस्टम गाँधी परिवार के लिए वरदान साबित होगा | उनकी दलील है कि इसमें कार्यकर्ताओं की निष्ठा का खुलासा होने का पूरा इंतज़ाम होने से उनके भविष्य पर संकट मंडराने के आसार बढ़ जायेंगे | गौरतलब है कि कांग्रेस में नए पार्टी अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की वापसी देखी जा रही है | यदि गाँधी परिवार का कोई भी सदस्य पार्टी अध्यक्ष के रूप में चुनावी मैदान में आएगा तो ऑनलाइन वोटिंग उनके रास्ते को और आसान कर देगी | कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाने वालों को यह भी अंदेशा है कि अगर ऐसा होता है तो इसे कांग्रेस के हित में नहीं बल्कि उलटफेर की तरह देखा जाएगा।
उनके मुताबिक इस सिस्टम से अगर राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो इससे यह संकेत जाएगा कि वह पार्टी में निर्विवाद नेता हैं और सबसे ज्यादा लोकप्रिय भी हैं। कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए ऑनलाइन वोटिंग ने कई बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सबसे पहला सवाल यह है कि अगर गांधी परिवार की टक्कर में कोई मैदान में उतरता है तो क्या होगा? दरअसल, ऐसी स्थिति में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को आम चुनावों की तरह पूरा सेटअप तैयार करना होगा। इसमें मतदान प्रक्रिया से लेकर जगह और मतदान की तारीख तक तय करनी होगी। डिजिटल चुनाव प्रक्रिया में जुटे एक नेता ने बताया कि हम पूरी तैयारी कर रहे हैं और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि दो राज्यों को छोड़कर हमें देश के अन्य हिस्सों से प्रतिनिधियों की सूची मिल चुकी है। जब निर्वाचक मंडल की तैयारियां पूरी हो जाएंगी तो पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष को सूचना दे दी जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस में पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह नियमित अध्यक्ष चुनने के लिए चुनाव का दबाव लगातार बढ़ते जा रहा है | इसमें नए अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल तय किया गया है। 2017 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था |लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया था। वर्तमान में पार्टी की बागडोर गाँधी परिवार के हाथों में है |