टैरिफ बढ़ाने का फैसला पड़ गया उल्टा! चीन, कनाडा और मैक्सिको ने उठाए ये कदम…

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (4 मार्च 2025) से मेक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लागू कर दिए हैं. साथ ही चीन से आयातित वस्तुओं पर पहले से लागू 10% टैरिफ को बढ़ाकर 20% कर दिया गया है. इन टैरिफ का उद्देश्य इन देशों से अमेरिका में फेंटानिल और अन्य अवैध दवाओं की तस्करी को रोकना है. ये टैरिफ मूल रूप से पिछले महीने लागू होने वाले थे, लेकिन इनमें 30 दिन की रोक लगी थी.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में मंगलवार से अमेरिकी वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 30 बिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर लागू होगा. यदि अमेरिकी टैरिफ वापस नहीं लिए जाते हैं तो कनाडा अगले 21 दिनों में अतिरिक्त 125 बिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य की अमेरिकी वस्तुओं पर भी टैरिफ लगाएगा.

ट्रूडो ने कहा कि कनाडा के टैरिफ तब तक लागू रहेंगे जब तक अमेरिकी व्यापारिक कार्रवाई वापस नहीं ली जाती और यदि ऐसा नहीं होता है तो वे अन्य गैर-टैरिफ उपायों पर भी विचार करेंगे. मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने कहा कि उनका देश अमेरिकी टैरिफ के प्रभावी होने की स्थिति में प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है. हालांकि उन्होंने विशेष उपायों का विवरण नहीं दिया, लेकिन संकेत दिया कि मेक्सिको के पास बैकअप योजनाएं हैं.

चीन के वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की कि वे अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 10% से 15% तक अतिरिक्त टैरिफ लगाएंगे. 10% टैरिफ सोयाबीन, सूअर का मांस, बीफ, मछली, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर लागू होगा, जबकि 15% टैरिफ चिकन, गेहूं, मक्का और कपास पर लगाया जाएगा. इसके अलावा, चीन ने 25 अमेरिकी कंपनियों पर निर्यात और निवेश प्रतिबंध भी लगाए हैं.

इन टैरिफ के कारण उत्तरी अमेरिका में आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है. अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट देखी गई है, जिससे वैश्विक आर्थिक स्थिरता पर प्रश्नचिह्न लग गया है. अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है.