बलरामपुर : छत्तीसगढ़ में गोबर प्रोत्साहन योजनाओ से गांव से लेकर शहरो तक क्रांति आ गई है | गोबर इकट्ठा कर लोग आत्मनिर्भर बन रहे है | कई गोबर उद्योगपति रातो-रात माला माल भी हुए है | सरकारी गोदी मीडिया यह सच लोगो के बीच अक्सर फैलाते आया है | उसका यह भी दावा है कि अब गांव की तस्वीर बदल चुकी है | गांव-गांव और घर -घर गोबर इकट्ठा होने से लोगो को रोजगार मिला है | उनकी गरीबी भी ख़त्म होती नजर आ रही है |
हालाँकि इस दावे को गांव की एक बड़ी आबादी खासकर मजदूर और किसान कितना सच मानते है ,यह साल भर बाद समझ में आएगा | फिलहाल तो प्रदेश में गोबर का उपयोग अभी तक छेना,कंडा और खाद्य बनाने में होता आया है | इस कड़ी में कई गोबर उद्योगपतियों ने इसके दिए-दीपक और ऐसी ही अन्य वस्तुए बनाकर अपने कारोबार को ऊचांइयों तक पहुँचाया है | गोबर के इस्तेमाल का अब लोग नया नुस्खा भी आजमाने लगे है | इसके नए इस्तेमाल से पुलिस हैरत में है |
प्रदेश में गोबर के इस्तेमाल और इसकी खरीदी बिक्री को लेकर जागरूकता बढ़ी है | दोराय नहीं कि कई हितग्राहियो के खाते में सरकार रकम भी डाली है | साफ़ है कि इससे ग्रामीणों की माली हालत सुधरी है | लोग सड़को पर गोबर इकट्ठा करते नजर आते है | लेकिन अपराधों में इसके इस्तेमाल का होना भी कई लोगो के लिए हैरान करने वाला है | दरअसल बलरामपुर जिले में 6 सितंबर को एक महिला की हत्या का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था |
इस महिला की हत्या किसी ओर ने नहीं बल्कि उसकी ही बहू ने की थी | उसे शक था कि उसकी सास जादू टोना करती है | मामला रघुनाथ नगर थाना क्षेत्र के सरना गांव के पटेल पारा का है | यहाँ रामवदन सिंह नामक शख्स थाने में रिपोर्ट दर्ज कराता है कि उसकी मां की बीती रात घर पर अचनाक मौत हो गई है | पुलिस मौके पर जाकर जब जांच करती है तो मामला प्रथम दृष्टया हत्या का प्रतीत होता है | पुलिस मर्ग कायम कर जांच शुरू करती है |
मृतिका का बेटा रामवदन ने पुलिस को बताया कि उसकी मां रात में खाना खाकर अपने कमरे में सोने चली गई थी | लेकिन अगली सुबह कमरे से कोई आवाज नहीं आई | जब कमरे में वो पहुंचा तो उसने देखा कि उसकी मां अपने कमरे में मृत अवस्था मे मिली |पुलिस ने बताया कि मृतका के बेटे के रिपोर्ट के आधार पर जब वो मौके पर पहुंची तो उस कमरे में जिसमे मृतिका का शव रखा था ,वहां गोबर से लिपाई कर दी गई थी | हत्या को लेकर पुलिस ने घर वालों के अलावा अन्य पड़ोसियों से पूछताछ की |
इस दौरान जानकारी मिली कि सास बहू का अक्सर झगड़ा हुआ करता था | क्लू मिलते ही बहू से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की | बहू ने आखिरकर हत्या का जुर्म कबूल लिया | उसने बताया कि अपनी सास पर उसे जादू टोना करने का शक था | उसने यह भी बताया कि पहले उसने सास के सिर पर डंडे से प्रहार किया और फिर गला दबाकर मार दिया | यही नहीं खून के धब्बे और अन्य साक्ष्य को मिटाने के लिये उसने कमरे की गोबर से लिपाई कर दी |
फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी बहू को धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है | अपराधों की जानकारी रखने वाले बताते है कि हत्या जैसे संगीन मामलो में सबूत मिटाने के लिए गोबर का इस्तेमाल पहली बार सामने आया है | वो इस घटना को सरकार की गोबर प्रोत्साहन योजना की कामयाबी से जोड़कर देख रहे है |