
अमेरिकी प्रशासन के एक कदम ने न सिर्फ ट्रेड वॉर की आग तेज कर दी है, बल्कि क्रिप्टो मार्केट को भी गहरा झटका दिया है. शुक्रवार को बिटकॉइन 8.4 प्रतिशत तक लुढ़क गया और 104,782 डॉलर तक पहुंच गया, हालांकि बाद में कुछ रिकवरी हुई और यह 114,000 डॉलर तक भी पहुंचा.वहीं ईथेरियम लगभग 5.8 प्रतिशत गिरकर 3,637 डॉलर पर आ गया. इस भारी उथल-पुथल के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चीन पर 1 नवंबर से लागू होने वाला 100% अतिरिक्त टैरिफ और क्रिटिकल सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कंट्रोल का निर्णय है.

इस फैसले ने न सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी को हिला दिया, बल्कि वैश्विक वित्तीय बाजारों को भी झटका दिया. S&P 500 सूचकांक 2.71% गिरा, नैस्डैक 3.56% टूटा और डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.9% नीचे आ गया. ट्रेड वॉर की इस नई चाल ने निवेशकों की हिम्मत को कमजोर कर दिया है. CoinMarketCap के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन की कीमत अब 112,241.86 डॉलर पर है और ईथेरियम 3,779.16 डॉलर के स्तर पर है. अन्य प्रमुख क्रिप्टो जैसे BNB, सोलाना, XRP आदि में भी गिरावट दर्ज की गई है.

टैरिफ किसलिए लगाए जा रहे हैं ?
अमेरिकी प्रशासन का यह कड़ा कदम चीन की उस घोषणा का जवाब है, जिसमें 1 नवंबर से रेयर अर्थ मिनरल्स पर बड़े पैमाने पर निर्यात प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी. ये खनिज टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग और डिजिटल उत्पादन के लिए बेहद अहम हैं.ट्रंप पहले ही चीन की वस्तुओं पर 30% टैरिफ लगा चुके हैं. अब यदि 100% अतिरिक्त टैरिफ लागू किया गया, तो कुल दर 130% तक पहुंच जाएगी. इस रणनीति का मकसद चीन की टेक्नोलॉजी पकड़ को कमजोर करना है, लेकिन बाज़ार इसे एक बड़े झटके के रूप में देख रहा है.टैरिफ की खबर मिलते ही क्रिप्टो मार्केट में भारी बिकवाली शुरू हो गई. विश्लेषकों का कहना है कि ट्रेड टेंशन के चलते पहले से ही क्रिप्टो और स्टॉक मार्केट का सेंटिमेंट कमजोर था, और ट्रंप की घोषणा ने भावनात्मक बिकवाली को और तेज कर दिया.