रुपहले पर्दे पर काम का संकट, क्राइम पेट्रोल की अदाकारा ने लगाई फांसी, आखिरी whatsapp स्टेटस पर लिखा -‘सबसे बुरा होता है सपनों का मर जाना’, कई टीवी और फिल्म कलाकार तनाव में, मुंबई में जिंदगी जीने के लिए चाहिए नगद रकम

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इंदौर / मुंबई वेब डेस्क – बॉलीवुड की जिंदगी जितनी ग्लैमरस है , उतनी कष्टदायी भी | हाथों में नगद रकम ना हो तो जिंदगी जीने की ललक दम तोड़ देती है | ऐसा ही कुछ हुआ मशहूर सीरियल क्राइम पेट्रोल की अभिनेत्री के साथ | उसने अचानक फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली | सोनी टीवी और कलर्स जैसे बड़े चैनल के कई कार्यक्रमों में अपना जौहर दिखा चुकी इस अदाकारा ने मौत को गले लगाने से पहले आखिरी वॉट्सऐप स्टेटस लिखा था, ‘सबसे बुरा होता है सपनों का मर जाना.’

मुंबई से कुछ दिनों पहले अपने गृह नगर इंदौर लौटी इस अदाकारा का सपना कामयाब कलाकार के रूप में बॉलीवुड में स्थापित होने का था | वो अपनी राह में आगे भी बढ़ रही थी | लेकिन इस कलाकार ने इंदौर में अपने घर में फांसी लगा ली | प्रेक्षा मेहता मुंबई में अपने मंसूबों को बेहतरी के साथ पूरा कर रही थी | लेकिन लॉकडाउन की वजह से बाजार में आई मंदी और कामकाज ठप पड़ जाने से उन्हें अपने घर की ओर रुख करना पड़ा था | थिएटर से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली प्रेक्षा मेहता ने अभिजीत वाडकर, संतोष रेगे और नगेंद्र सिंह राठौर के नाट्य ग्रुप ‘ड्रामा फैक्टरी’ से की थी | मंटो का लिखा नाटक ‘खोल दो’ उनका पहला प्ले था |

इससे मिली शोहरत के बाद उन्होंने ‘खूबसूरत बहू, बूंदें, राक्षस, प्रतिबिंब, पार्टनर्स, हां, थ्रिल, अधूरी औरत’ जैसे नाटकों में काम किया था | उन्हें अभिनय के लिए भी तीन राष्ट्रीय नाट्य उत्सवों में फर्स्ट प्राइज मिला था. एकल नाट्य ‘सड़क के किनारे” में जानदार अभिनय के लिए भी उन्होंने अवॉर्ड जीता था | क्राइम पेट्रोल में तो वो अपने अभिनय से छा गई थी | उन्हें आधा दर्जन सीरियलों में काम करने का मौका मिल ही रहा था कि मुंबई में लॉकडाउन ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया |   

इंदौर में उनकी आत्महत्या की खबर ने लोगों को झकझोर दिया है | उनके निधन की खबर आते ही बजरंग नगर स्थित घर में टीवी एक्ट्रेस प्रेक्षा मेहता के घर लोगों का तांता लगा रहा | लोगों को जब पता पड़ा कि प्रेक्षा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी , तो उन्हें एकाएक यकीन नहीं हुआ | वह मुंबई में टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल की लीड एक्टर थी |

उनके पिता के मुताबिक, लॉकडाउन होने पर वह घर आ गई थी. मुंबई में जिस तरह कोरोना का संकट लॉकडाउन बढ़ता जा रहा है, उससे उसे लगा कि लंबे समय तक काम नहीं मिलेगा, जिसके चलते डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है | बताया जाता है कि मुंबई में अभिनेत्री प्रेक्षा मेहता जैसी कई युवतियां हैं, जिन्हें लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर संघर्ष करना पड़ रहा है | उन्हें अपने करियर की चिंता सताने लगी है | माना जा रहा है कि प्रेक्षा ने वाॅट्सऐप पर जो अपना लास्ट स्टेटस डाला, उसमें काले बैकग्राउंड में सिर्फ ऐसे शब्द लिखे थे जो उनके तनाव और मनोदशा को व्यक्त करते है | अपने मैसेज में उन्होंने लिखा था कि सबसे बुरा होता है सपनों का मर जाना |

इंदौर पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन में काम नहीं मिलने की वजह से आत्महत्या का अंदेशा है | उसके मुताबिक मृतक के परिवार के लोग भी ऐसी ही आशंका जता रहे हैं | पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है | फ़िलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है | पुलिस ये पता करने में जुट गई है कि आखिर मौत की वजह सिर्फ उनका सपना टूटने का डर था या पर्दे के पीछे कोई और राज छिपा है | पुलिस ने उनके मोबाइल और तमाम सोशल मीडिया एकाउंट को खंगालना शुरू कर दिया है | हालांकि जांच के बाद ही आत्महत्या की वजह साफ हो पाएगी |