बाबरी मस्जिद ढांचा विध्वंस पर विशेष अदालत का फैसले को कांग्रेस ने उच्चतम के न्यायालय के निर्णय के प्रतिकूल बताया, आरएसएस और बीजेपी ने फैसले का किया स्वागत

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नई दिल्ली / बाबरी मस्जिद ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले के आने के बाद एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है | कांग्रेस ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पिछले साल आए उच्चतम न्यायालय के फैसले के प्रतिकूल यह फैसला आया है। गौरतलब है कि सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी 32 आरोपियों को यह कह कर बरी कर दिया है कि बगैर किसी साजिश के ढांचा ढहाया गया था | कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संविधान, सामाजिक सौहार्द और भाईचारे में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति उम्मीद करता है कि इस “तर्कविहीन निर्णय” के विरुद्ध प्रांतीय और केंद्र सरकार उच्च अदालत में अपील दायर करेगी।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ढांचा विध्वंस मामले में सभी दोषियों को बरी करने का विशेष अदालत का निर्णय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय और संविधान की परिपाटी से परे है। उनके मुताबिक उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की खंडपीठ के 9 नवंबर, 2019 के निर्णय के मुताबिक ढांचे को गिराया जाना एक गैरकानूनी अपराध था | लेकिन आज विशेष अदालत ने सभी दोषियों को बरी कर दिया।

उन्होंने कहा कि विशेष अदालत का निर्णय साफ तौर से उच्चतम न्यायालय के निर्णय के भी प्रतिकूल है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा देश जानता है कि भाजपा-आरएसएस और उनके नेताओं ने राजनैतिक फायदे के लिए देश और समाज के सांप्रदायिक सौहार्द्र को तोड़ने का एक घिनौना षडयंत्र किया था। सुरजेवाला ने कहा कि उस समय की उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भी सांप्रदायिक सौहार्द्र भंग करने की इस साजिश में शामिल थी।

सुरजेवाला ने आरोपी लगाया कि यहां तक कि उस समय झूठा शपथ पत्र देकर उच्चतम न्यायालय तक को बरगलाया गया। इन सब पहलुओं, तथ्यों और साक्ष्यों को परखने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद को गिराया जाना गैरकानूनी अपराध ठहराया था। उन्होंने कहा कि संविधान, सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति उम्मीद और अपेक्षा करता है कि विशेष अदालत के इस तर्कविहीन निर्णय के विरुद्ध प्रांतीय और केंद्रीय सरकार उच्च अदालत में अपील दायर करेगी और बगैर किसी पक्षपात या पूर्वाग्रह के देश के संविधान और कानून की अनुपालना करेगी।

उधर आरएसएस, वीएचपी और बीजेपी व उसके नेताओं ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है | आरएसएस ने कहा है कि इस मामले में बेवजह तमाम नेताओं पर मामले दर्ज किये थे | उन्होंने सबूतों को अहम् बताते हुए फैसले का स्वागत किया है | बीजेपी ने भी अदालत के इस फैसले पर ख़ुशी जाहिर की है | जबकि प्रमुख आरोपियों में से एक लालकृष्ण आडवाणी ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए कहा कि आज खुशी का दिन है | बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अदालत के इस फैसले पर खुशी जताई, उन्होंने कहा कि जो फैसला सुनाया गया है, वो काफी अहम है. हम सभी के लिए खुशी का पल है.

लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि बहुत दिनों के बाद अच्छा समाचार मिला है, बस इतना ही कहूंगा कि जय श्री राम. बुधवार को फैसले के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने उनके घर के बाहर इकट्ठे हुए समर्थकों के लिए मिठाई भी बंटवाई. बीजेपी नेता ने इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और वकीलों का शुक्रिया अदा किया | बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने बयान दिया कि राम मंदिर आंदोलन एक ऐतिहासिक पल था. जोशी ने कहा कि अदालत ने आज एक ऐतिहासिक निर्णय सुनाया, मैं तमाम अधिवक्ताओं को जिन्होंने शुरुआत के दिन से ही हर स्तर पर इस मामले में सही तथ्यों को न्यायलय के सामने रखा. ये उनकी परिश्रम से और लोगों की गवाही से ये फैसला सामने आया है.

मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन एक काफी अहम वक्त था, इसका उद्देश्य देश की मर्यादाओं को सामने रखना था. अब राम मंदिर का निर्माण भी होने जा रहा है, जय जय सिया राम, सबको सन्मति दे भगवान | इनके अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने भी फैसले का स्वागत किया. कल्याण सिंह ने गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती है | इस मामले को लेकर अभी सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है |