बेमेतरा/ छत्तीसगढ़ में रेत माफिया के बाद अब पत्थर माफिया बड़े पैमाने पर अवैध खनन के साथ पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बेमेतरा के ग्राम बन्दरचुवा में स्थित पत्थर के खदानों में भारी मात्रा में पत्थरों को निकालने और ब्लास्टींग का अवैध रूप से कार्य किया जा रहा है। जिससे वहीं के रहवासी ब्लास्ट के आवाज से परेशान हैं वहीं प्रशासन भी चुप्पी साधे हुए है।
सूत्रों के अनुसार बेमेतारा ज़िले के नगर पंचायत परपोड़ी से लगे ग्राम बन्दरचुवा में स्थित पत्थर खदानों में बड़ी मात्रा में पत्थरों को निकालकर बेचा जा रहा है। बता दें कि प्रशासनिक नियम व मापदंड की परवाह किये बगैर रोजाना बम लगाकर पत्थरों को तोड़ा जा रहा है। जिसपर अफसरों की मौन सहमति से शासन-प्रशासन को बड़ी मात्रा में राजस्व चुना लगया जा रहा है।
बता दें कि गौण खनिज के रूप में खदान चलाने के लिए जिला प्रशासन, पर्यावारण एनओसी सहित कई आवश्यक मापदंड़ों को पूरा करने के बाद ही अनुमति प्रदान की जाती है। इसके साथ ही प्रशासनिक दिशा-निर्देश का पालन करना अनिवार्य होता है। बन्दर चुवा में चल रहे अवैध पत्थर खदानों में किसी भी प्रकार की ना तो सुरक्षा व्यवस्था है ना किसी को किसी अनहोनी का डर। प्रशासन भी अपना मुंह बंद कर तमाशबीन बनी हुई है।
प्रशासन के किसी भी दिशा-निर्देश का न तो पालन किया जा रहा है न ही मानक मापदण्डों की। खदान चलाने के लिए पूरे क्षेत्र की सुरक्षा व पर्यावरण से खिलवाड़ किया जा रहा है, जिससे क्षेत्रवासियों में चिंता उठना लाजिमी है। इसके बावजूद ज़िला प्रशासन इस सम्बन्ध में कार्यवाही करने से हिचकिचाती नजर आ रही है। आलम यह है कि रोजाना बड़ी मात्रा में खुलेआम पत्थर निकालकर शासन-प्रशासन सहित पर्यावरण को नुकसान पहुचाया जा रहा है।