उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई चर्चा का विषय बन गए हैं। लंबे समय बाद दोनों भाई एक मंच पर नजर आए हैं और निकाय चुनाव से पहले उनकी बढ़ती नजदीकी कई राजनीतिक संकेत दे रही है।
हाल ही में उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे। बैठक से पहले जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके भाई राज ठाकरे भी इंडिया गठबंधन में शामिल होंगे, तो उद्धव ने साफ कहा, “हम दोनों सक्षम हैं, जो भी करना होगा, मिलकर तय करेंगे। हमें किसी तीसरे की जरूरत नहीं है।”
गौरतलब है कि 5 जुलाई को 20 साल बाद दोनों भाई एक मंच पर नजर आए थे। इस दौरान उद्धव ने साथ मिलकर भविष्य में चुनाव लड़ने की बात कही थी, हालांकि राज ठाकरे ने इस पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। उद्धव की पार्टी शिवसेना (उद्धव गुट) फिलहाल कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) के साथ एमवीए का हिस्सा है।
अब सवाल ये है कि क्या राज ठाकरे इस गठबंधन में शामिल होंगे या अलग राह चुनेंगे? महाराष्ट्र में इस साल के अंत में नगर निकाय चुनाव संभावित हैं। महायुति पहले से ही अधिकांश क्षेत्रों में एकजुट है, हालांकि कुछ जगहों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ हो सकती है।
इस बीच, उद्धव ठाकरे ने SIR मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह अघोषित एनआरसी जैसा है। उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की और बिहार की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के भी आरोप लगाए।उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई चर्चा का विषय बन गए हैं। लंबे समय बाद दोनों भाई एक मंच पर नजर आए हैं और निकाय चुनाव से पहले उनकी बढ़ती नजदीकी कई राजनीतिक संकेत दे रही है।
हाल ही में उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे। बैठक से पहले जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके भाई राज ठाकरे भी इंडिया गठबंधन में शामिल होंगे, तो उद्धव ने साफ कहा, “हम दोनों सक्षम हैं, जो भी करना होगा, मिलकर तय करेंगे। हमें किसी तीसरे की जरूरत नहीं है।”
गौरतलब है कि 5 जुलाई को 20 साल बाद दोनों भाई एक मंच पर नजर आए थे। इस दौरान उद्धव ने साथ मिलकर भविष्य में चुनाव लड़ने की बात कही थी, हालांकि राज ठाकरे ने इस पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। उद्धव की पार्टी शिवसेना (उद्धव गुट) फिलहाल कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) के साथ एमवीए का हिस्सा है।
अब सवाल ये है कि क्या राज ठाकरे इस गठबंधन में शामिल होंगे या अलग राह चुनेंगे? महाराष्ट्र में इस साल के अंत में नगर निकाय चुनाव संभावित हैं। महायुति पहले से ही अधिकांश क्षेत्रों में एकजुट है, हालांकि कुछ जगहों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ हो सकती है।
इस बीच, उद्धव ठाकरे ने SIR मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह अघोषित एनआरसी जैसा है। उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की और बिहार की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के भी आरोप लगाए।
