पेशावर. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में आतंकवादी सुरक्षाबलों पर भारी पड़ते दिख रहे हैं. यहां हालिया मुठभेड़ों में रोजाना औसतम चार सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं. पाकिस्तान की सुरक्षा और खुफिया विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इस साल के शुरुआती 3 महीनों में हुए 25 आतंकवादी हमलों में अब तक कुल 125 सुरक्षाकर्मी मारे जा चुके हैं और इनमें डीएसपी रैंक के दो अधिकारी भी शामिल हैं. इसके अलावा इन हमलों में 212 सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं. इनमें ज्यादातर हमले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और उसके सहयोगी संगठनों द्वारा किए गए हैं.
पाकिस्तान की सेना और खुफिया विभाग खैबर पख्तूनख्वा में लगातार तलाशी अभियान चलाए हुए है. इस बीच यहां सोमवार देर शाम एक चीनी नागरिक को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया. पाकिस्तानी इंटेलिजेंस विभाग का कहना है कि खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस ने एक चीनी नागरिक को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने में विफल रहने और खैबर पख्तूनख्वा के कोहाट जिले के दारा आदमखेल के डाक बाजार से 14 कारतूसों के साथ एक अवैध पिस्तौल ले जाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इसके बाद चीनी नागरिक को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया और कोहाट के जिला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.
आतंकी हमलों में हताहत सुरक्षाकर्मियों से सेना में हड़कंप
खैबर पख्तूनख्वा में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों में हताहत होने वाले सुरक्षाकर्मियों की बढ़ती संख्या से पाकिस्तान की सेना और खुफिया विभाग में भारी हड़कंप मचा हुआ है. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की चिंता का एक बड़ा कारण यह भी है कि वह इस इलाके में आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और उसके सहयोगी दलों पर लगाम नहीं लगा पा रहा है.
यहां पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए विभिन्न ऑपरेशनों में इन आतंकवादी संगठनों के अनेक लोग मारे गए और अनेक गिरफ्तार भी हुए साथ ही भारी पैमाने पर गोला-बारूद भी बरामद हुआ, लेकिन इन आतंकी संगठनों द्वारा सुरक्षा बलों पर हमले लगातार जारी है.
पिछले 8 सालों के आंकड़ों पर नजर डालने पर यह बात सामने आई है कि इस प्रांत में सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. आलम यह है कि साल 2021 में यहां आतंकवाद से जुड़ी मात्र 168 घटनाएं हुई थी, जो साल 2022 में बढ़कर 225 हो गई. इस दौरान प्रत्येक बड़ी घटना में तीन या उससे ज्यादा लोग मारे गए. यहां साल 2021 में आतंकवादियों ने 32 धमाके किए, जो साल 2022 में बढ़कर 45 हो गई थी.
2022 में हुए सबसे ज्यादा आत्मघाती हमले
आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, 2017 के बाद बीते साल खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा आत्मघाती हमले हुए. वर्ष 2022 में आत्मघाती हमलों की संख्या 8 बताई गई है, जो साल 2021 में मात्र 2 थी. दिलचस्प बात यह भी है कि यहां हो रही घटनाओं को लेकर पाकिस्तान में राजनीति भी जमकर होती है और पाकिस्तानी प्रशासन घटनाओं पर कड़ी लगाम लगाने की जगह उसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन या फिर विदेशी संस्थाओं पर डालता रहता है.