पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकी साजिश नाकाम, जम्मू बस स्टेंड में मिला 17 किलों विस्पोटक, शहीदों को सेना का नमन, सेना ने जारी किया वीडियो, शाह बोले- देश कभी नहीं भूलेगा जवानों का बलिदान

0
5

जम्मू / जम्मू बस स्टेंड में भारतीय सेना ने एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी है। पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर जम्मू बस स्टेण्ड में आतंकियों ने बड़े विस्पोट की साजिश रची थी। लेकिन सतर्क जवानों ने फौरी कार्रवाई करते हुए एक स्थान से 17 KG विस्पोटक बरामद किया है। उधर सेना ने एक ऐसा वीडियो जारी किया है जो देशवासियों को झकझोर कर रख देगा। चिनार कॉर्प्स के ट्विटर से जारी किया गया यह वीडियो पुलवामा की पूरी घटना और उसके बाद भारत सरकार के उठाए कदमों के बारे में बताता है। वीडियो की शुरुआत में बताया गया है कि कैसे सीआरपीएफ बटालियन की बसों को निशाना बनाने वाले आंतकी आदिल अहमद डार की उम्र केवल 20 साल थी। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि देश जवानों के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।

पुलवामा में सुरक्षा बलों पर 14 फरवरी, 2019 को आत्मघाती हमला हुआ था। वीडियो में बताया गया है कि आतंकी ने अपने घर से 10 किलोमीटर की दूरी पर बने हाइवे पर सीआरपीएफ की बसों को विस्फोटकों से भरी कार के जरिए निशाना बनाया था। इस घटना में 40 जवान शहीद हो गए थे जबकि 70 जवान घायल हो गए थे। घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया था, उसके साथ व्यापार बंद कर दिया और कूटनीतिक मोर्चे पर उसकी घेरेबंदी की जाने लगी।

गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है। गृह मंत्री ने पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट में लिखा, ‘भारत उनके असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।’रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आतंकी हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा, ‘भारत राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा और उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।’कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा के शहीदों को नमन किया है। उन्होंने कहा,’पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को नमन। देश आपका ऋणी है।’

शहीद जवानों के परिजनों ने भी अपने बेटों की शहादत पर गर्व जाहिर किया है। पंजाब के रूपानगर के रहने वाले सीआरपीएफ कांस्टेबल कुलविंदर सिंह के माता-पिता ने कहा कि ‘उसने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। हमें अपने बेटे पर बहुत गर्व है।’ सिंह 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे।

उधर सेना द्वारा जारी वीडियो में आखिर में दो शेर लिखे हैं।
बिठाकर पास बच्चों को जो कल किस्से सुनाता था,
उसे किस्सा बनाने को, क्या जायज ये धमाका था?
पहुंचा घर जो उसके था वो ताबूत था खाली,
उठा जो उसकी चौखट से बहुत भारी जनाजा था।

ये भी पढ़े : “राज दरबारी”, पढ़िए छत्तीसगढ़ के राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारों की खोज परख खबर, व्यंग्यात्मक शैली में, लेखक और वरिष्ठ पत्रकार ‘राज’  की कलम से… (इस कॉलम के लिए संपादक की सहमति आवश्यक नहीं, यह लेखक के निजी विचार है)