रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नए साल को 12 दिन ही बीते हैं। नए साल के साथ ही कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) ने प्रदेश में दस्तक दी और अब प्रचंड वेग (Full Speed) के साथ आगे बढ़ रहा है। कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) को लेकर पहले ही आशंका जाहिर की गई है कि देश में एक दिन में 14 लाख (14 lakh) के करीब लोग चपेट में आएंगे, जो सही साबित होता दिख रहा है।
नए साल के 12 ही दिनों में प्रतिदिन का आंकड़ा 2.50 लाख के करीब पहुंच चुका है, तो छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बीते दो दिनों से आंकड़ा 5 हजार पार हो रहा है। इन 12 दिनों के भीतर ही प्रदेश में कुल संक्रमितों के मुकाबले एक्टिव (Active) मरीजों की संख्या 27 हजार पार कर गई है, जबकि 31 दिसंबर 2021 के पहले तक यह आंकड़ा 400 के नीचे था। सीधे मायने में इन 12 दिनों के भीतर ही 27 हजार से ज्यादा लोग कोरोना की तीसरी लहर के चपेट में आ चुके हैं।
छत्तीसगढ़ के जिलों के हालात पर ध्यान दें तो अकेले रायपुर (Raipur) में एक ही दिन में मिलने वाले मरीजों की संख्या 17 सौ के पार है, तो दुर्ग (Durg) दूसरे नंबर पर 800 मरीजों के साथ है। प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर (Bilaspur) , ऊर्जाधानी कोरबा, औद्योगिकधानी रायगढ़, जशपुर, सरगुजा, राजनांदगांव सहित अन्य जिलों में भी कोरोना मरीजों का अंबार लगता जा रहा है।
10 फीसदी लोग ही गंभीर लक्षण से पीड़ित
आलम यह है कि तीसरी लहर (Third Wave) की चपेट में खास—आम सभी तरह के लोग आते जा रहे हैं। लेकिन इस बार अच्छी बात सिर्फ एक ही है कि कोरोना की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोग ऊपरी तौर पर ही संक्रमित होकर स्वस्थ हो रहे हैं। केवल 10 फीसदी लोग ही गंभीर लक्षण से पीड़ित हो रहे हैं, शेष 90 फीसदी 7 दिनों के भीतर ही स्वस्थ हो जा रहे हैं।
तीसरी लहर की चपेट में आने से बचें
हालांकि तीसरी लहर की चपेट में आने वाले लोग जल्द स्वस्थ हो रहे हैं, लेकिन एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इसका असर लंबे समय तक शरीर में बना रहेगा और समयांतराल बाद इसके नुकसान समझ में आएंगे। लिहाजा बेहतर है कि खुद को सुरक्षित रखने का पूरा प्रयास करें, ताकि कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में आने से बचें।