
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद के चलते हालात दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रहे हैं। सशस्त्र संघर्ष में तेजी के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एक अहम एडवाइजरी जारी की है। बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि भारतीय नागरिक थाईलैंड के सात संवेदनशील प्रांतों की यात्रा से परहेज करें।
दूतावास के मुताबिक, थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के आसपास बढ़ती हिंसा को देखते हुए वहां यात्रा कर रहे या करने की योजना बना रहे भारतीय नागरिकों को TAT Newsroom और अन्य आधिकारिक स्रोतों से नियमित अपडेट लेते रहने की सलाह दी गई है।
किन क्षेत्रों में जाने से बचें?
भारत ने जिन सात प्रांतों की यात्रा से बचने को कहा है, वे हैं — उबोन राचाथानी, सुरिन, सिसाकेत, बुरीराम, सा कैओ, चंथाबुरी और त्राट। इन क्षेत्रों में संघर्ष इतना तेज हो गया है कि स्थानीय प्रशासन ने भी यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है।
स्थिति कितनी गंभीर है?
गुरुवार को सीमा पर भारी गोलाबारी, रॉकेट हमले और तोपखाने का इस्तेमाल देखा गया। इसमें अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हैं। हजारों स्थानीय निवासी अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित इलाकों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
तनाव का कारण क्या है?
मई में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत और हाल ही में लैंडमाइन विस्फोट में थाई सैनिकों के घायल होने के बाद हालात और बिगड़ गए। थाई वायुसेना द्वारा हवाई हमलों की पुष्टि के साथ यह स्पष्ट है कि विवाद अब सीधे सैन्य टकराव की ओर बढ़ चुका है।