ईश निंदा (Blasphemy) के नाम पर अबतक हजारों की जान ले चुके पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यक हो चुके हिंदू (Hindu) समुदाय पर जुल्मो-सितम के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला देश की आर्थिक राजधानी कराची (Karachi) का है जहां पर हिंदू समुदाय को डराने और धमकाने के लिए कट्टरपंथियों ने एक बार फिर हिंसा का सहारा लेते हुए मंदिर में तोड़फोड़ की है.
कराची के मंदिर में तोड़फोड़ और लूट
अभी चंद रोज पहले बीजेपी की प्रवक्ता नुपुर शर्मा के मामले (Nupur Sharma) के एकज बयान को लेकर भारत को ज्ञान देने वाले पाकिस्तान के हिंदुओ और उनके आराध्य स्थलों की हालत किसी से छिपी नहीं है. ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कराची के कोरंगी इलाके में मरी माता मंदिर में मूर्तियों पर हमला हुआ. ये मंदिर कोरंगी पुलिस स्टेशन से थोड़ी दूरी पर स्थित है. मंदिर पर हमले की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मंदिर का जायजा लेकर घटना की जांच करने की बात कह रही है. हालांकि ऐसे मामलों में पाकिस्तान के किसी भी प्रांत की पुलिस का रवैया दुनिया से छिपा नहीं है.
हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़
इस घटनाक्रम को लेकर 15 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे जिहादी मानसिकता रखने वाले कट्टरपंथियों ने एक हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाने के साथ करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक हनुमान जी यानी बजरंगबली की प्रतिमा के साथ कैसा बरताव किया. इस मंदिर में जमकर लूटपाट भी हुई है.
इस वारदात के बाद स्थानीय हिंदुओं में डर का माहौल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाइक पर आए करीब छह से आठ बदमाशओं ने मंदिर पर हमला कर दिया. बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा के बयानों पर भारत को समझाने की कोशिश कर रहा है लेकिन वहां हिंदू, सिख और इसाई जैसे अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों को जिस तरह दशकों से तोड़ा जा रहा है उस पर वो हमेशा चुप्पी साधे रहता है. अभी कुछ दिनों पहले ही संयुक्त राष्ट्र में भारत ने उसे आईना दिखाते हुए कहा था कि नरसंहार जैसे वीभत्स अपराधों को लेकर जिस तरह पाकिस्तान अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ लेता है उसकी मिसाल पूरी दुनिया में कहीं और नहीं मिलेगी.
