तेजस्वी यादव वोटर ID विवाद ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर दो अलग-अलग वोटर ID रखने का आरोप लगा है। सोमवार को पटना के दीघा थाने में अधिवक्ता राजीव रंजन ने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दी है, हालांकि अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
मामला तब सामने आया जब भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने तेजस्वी यादव को नोटिस भेजकर उनके EPIC नंबर को लेकर सफाई मांगी। आयोग के मुताबिक, तेजस्वी का नाम पोलिंग स्टेशन संख्या 124 (बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी, लाइब्रेरी बिल्डिंग) के मतदाता सूची में क्रमांक 416 पर दर्ज है और उनका EPIC नंबर RAB0456228 है।
हालांकि एक प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव ने अपना EPIC नंबर RAB2916120 बताया था, जो आयोग के रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है।
तेजस्वी का दावा और आयोग की सफाई
तेजस्वी यादव ने पहले दावा किया था कि उनका वोटर ID बदल दिया गया है और उनका नाम मतदाता सूची से गायब है। लेकिन ECI ने स्पष्ट किया कि उनका नाम सूची में मौजूद है और उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव के नामांकन में भी वही EPIC नंबर (RAB0456228) दिया था।
क्या हो सकती है सजा?
अगर जांच में यह साबित होता है कि तेजस्वी यादव ने जानबूझकर दो वोटर ID रखे हैं, तो यह जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत गंभीर अपराध माना जाएगा। इसमें जेल और चुनाव लड़ने की अयोग्यता तक की सजा हो सकती है।
