रायपुर / न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ की एक और खबर पर सत्यता की मुहर लगी है | जो प्रकाशित किया गया वह अक्षरता सत्य निकला | छत्तीसगढ़ के कुख्यात निलंबित ADGP मुकेश गुप्ता ने रिश्वत खोरी और भष्टाचार की रकम को लेने के लिए MGM ट्रस्ट का गठन किया था | ताकि केंद्र और राज्य सरकारों की तिजोरी में जाने वाले धन को वैधानिक रूप से अपने ट्रस्ट के खाते में जमा कराया जा सके | यह अफसर वर्दी का खौफ दिखाकर राज्य के नागरिकों व्यापारियों और उद्योगपतियों से रिश्वतखोरी की रकम नगद ना लेकर उसे चेक के जरिये अपने ट्रस्ट पर डलवाता था |
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रायपुर के MGM ट्रस्ट में दानदाताओं में ज्यादातर सफ़ेदपोश आरोपी – अपराधी है | दरअसल छत्तीसगढ़ में किसी भी व्यापारी – उद्योगपति, माफिया, सटोरिये और अन्य अपराधियों को अपराध करने की खुली छूट थी | बर्शते वो राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिर्देशक मुकेश गुप्ता के MGM ट्रस्ट में चेक के जरिये भष्टाचार की रकम जमा कर दे | रायपुर में जीएसटी चोरी के आरोप में घिरे इंद्रमणि ग्रुप ने भी ऐसा ही किया था | इसका जाँच के दौरान खुलासा हुआ है |
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गंभीर तथ्य यह है कि छत्तीसगढ़ कैडर में तैनात 1988 बैच का आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता ट्रस्ट का गठन कर लोगो से भष्टाचार और रिश्वतखोरी की रकम डलवाता रहा | लेकिन ढेरो शिकायतों के बावजूद ना तो केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोई कदम उठाया और ना ही DOPT ने | जबकि ऐसे अफसरों के चलते देश में ना केवल पुलिस की छवि ख़राब हो रही है बल्कि भष्टाचार के खिलाफ सरकार की मुहिम भी कमजोर पड़ रही है | जानकारी के मुताबिक इस कुख्यात अधिकारी ने अपने कार्यकाल में तीन हज़ार करोड़ से ज्यादा की नामी बेनामी संपत्ति अर्जित की |
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EOW की जांच के दौरान ये तथ्य सामने आया है कि कारोबारी का निलंबित आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता से लेन – देन का कनेक्शन था | मुकेश गुप्ता के एमजीएम आई हॉस्पिटल में इस कंपनी के लेनदेन का ब्यौरा मिला है. जांच में जुटे एक अफसर ने बताया कि इंद्रमणि ग्रुप के मालिक सुनील अग्रवाल ने एमजीएम हॉस्पिटल को 25 लाख रुपये दिए थे |
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यह राशि एमजीएम हॉस्पिटल के एसबीआई खाता क्रमांक 10167175535 में डाली गई थी | इस अफसर के मुताबिक इस ट्रस्ट में दान करने वाले कई ऐसे व्यक्तियों का नाम सामने आया है, जिनके खिलाफ विभिन्न थानों में कोई न कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज रहा है, या फिर उनके खिलाफ शिकायत लंबित रही है | सूत्र बता रहे है कि उस शख्स की भी जाँच जारी है, जो मुकेश गुप्ता के लिए लेन – देन किया करता था |
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इंद्रमणि ग्रुप के ठिकानों में पिछले दिनों जीएसटी के छापे के बाद बरामद किए गए दस्तावेजों की जांच की जा रही है. जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ रही है | जीएसटी अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ब्यौरा दिया जा सकेगा. पिछले दिनों माइनिंग डिपार्टमेंट ने जीएसटी को टैक्स चोरी से जुड़ी लीड दी थी, जिसके बाद रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और खरसिया के दफ्तरों में छापा मारा गया था | यही नहीं छत्तीसगढ़ के वाणिज्य कर विभाग में हुए एक हज़ार करोड़ से ज्यादा के सेल टैक्स घोटाले में सुनील अग्रवाल नामक शख्स की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है |