नई दिल्ली. दुनिया भर की दिग्गज टेक कंपनियां कठिन समय से गुजर रही हैं, क्योंकि कई कंपनियों ने लागत में कटौती करने के साथ ही बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की है. हालांकि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने इस चुनौती भरे दौर में न केवल कर्मचारियों की हायरिंग जारी रखी, बल्कि अपने कर्मचारियों में वेतन असमानता को कम करने की दिशा में भी काम कर रही है. किसी कंपनी में कनिष्ठ और वरिष्ठ कर्मचारियों के बीच वेतन असमानता होना काफी आम बात है. लेकिन टीसीएस इस समस्या को खत्म करना चाहती है.
टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी, मिलिंद लक्कड़ ने मनीकंट्रोल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को अपस्किल करने और उनके वेतन को दोगुना करने का अवसर प्रदान करने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के असर से इंडस्ट्री बाहर निकल रही है. इसलिए अच्छे टैलेंट की मांग काफी तेजी से बढ़ गई है. टैलेंट को अट्रैक्ट करने के लिए कंपनियां दोगुनी तिगुनी सैलरी ऑफर कर रही हैं. जिसके चलते एंप्लॉयीज की सैलरी के बीच फर्क बढ़ा है.
टीसीएस में हैं 6 लाख से ज्यादा कर्मचारी
यही नहीं दूसरी स्टार्टअप कंपनियों से जो कर्मचारी निकाले गए हैं, उनमें से लोगों के भर्ती करने की तैयारी है. इसके अलावा कंपनी की वित्त वर्ष (2023 24) में करीब 40 हजार ट्रेनी कर्मचारियों की नियुक्ति की योजना है. इस समय टीसीएस में 6 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं. मिलिंद लक्कड़ ने कहा है कि हम छंटनी में विश्वास नहीं रखते है. उन्होंने कहा कि कई कंपनियों को इसलिए कदम उठाना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने जरूरत से अधिक लोगों को काम पर रख लिया. वहीं टीसीएस मामले में सतर्क है.
कर्मचारियों की स्किल पर देती है पूरा ध्यान
टीसीएस से जब कोई कर्मचारी जुड़ जाता है, तो यह कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि वह उन्हें प्रोडक्टिव बनाए. उन्होंने यह भी कहा कि कई बार ऐसी स्थिति आती है, जब कर्मचारी के पास मौजूद स्किल हमारी जरूरत से कम होती है. ऐसी स्थिति में हम कर्मचारी को समय देते हैं और उसे प्रशिक्षित करते हैं.
टीसीएस का टैलेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम एलिवेट अक्सर खबरों में रहता है. मनीकंट्रोल रिपोर्ट बताती है कि लगभग 400,000 कर्मचारियों ने कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है और उनका अनुभव 0 12 वर्ष तक है. जो लोग हाई बार असेसमेंट को क्लियर करने में कामयाब होते हैं, उनका वेतन तुरंत दोगुना हो जाता है. कंपनी अपने मौजूदा प्रोग्राम के तहत ज्यादा एंप्लॉयज को शामि करने की कोशिश कर रही है. हालांकि पहली कोशिश मे ये हाई लेवल प्रोग्राम क्लियर करने वाले एंप्लॉयीज की संख्या अभी सिर्फ 10 फीसदी सालाना है.