लॉकडाउन में घर में कैद रहने के दौरान डॉक्टर के पास जाए बिना भी कई तकलीफों का इलाज आप खुद कर सकते हैं। इसके लिए खानपान से लेकर साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा। साथ ही अस्पताल जाने से बचने के लिए कुछ चीजें खुद करनी होंगी। हालांकि कुछ तकलीफ होने पर डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही कुछ करें, नहीं तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। तो आइए जानते हैं कौन सी वो पांच बातें हैं, जिनका ध्यान रखने से स्वस्थ रह सकते हैं।
नाखून काटते रहें…
हाथों और पैरों के नाखून भी संक्रमण के बड़े कारण हैं। समय-समय पर काटते रहें और साफ-सुथरा रखें। पहले से हाथों और पैरों में चोट है तो उसकी नियमित सफाई करते रहें। नाखून आदि गंदगी को कचरे के डिब्बे में डालें और जितनी जल्दी हो सके घर से बाहर उचित निस्तारण कर दें, जिससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा।
खानपान अच्छा रखें…
घर में लोग आजकल अधिक चटपटा वह मसालेदार खाने लगे हैं। खानपान में सावधानी बरतें। पौष्टिक आहार ही लें। मसालेदार भोजन से गैस या पेट दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जिससे अस्पताल जाना पड़ सकता है। रोगी पौष्टिक आहार-फल और हरी सब्जी खाएं। दवा चल रही है तो समय-समय पर डॉक्टर से बात करते रहें।
कान में कुछ न डालें
कान खुद से बिलकुल साफ न करें। कान की मशीन भी समय-समय पर साफ करते रहें। कान में गंदगी जमने से दर्द और खुजली हो सकती है। कान में गंदगी अधिक है तो डॉक्टरी सलाह पर ही दवा इस्तेमाल करें। इंटरनेट पर देखकर और परिवारीजनों की मदद से कान साफ न करें।
दांत की देखभाल…
कोरोना के कारण अधिकतर डेंटल क्लीनिक बंद हैं। ऐसे में दांत में समस्या वाले मुंह और दांतों की सफाई का ध्यान रखें। नमक और पानी से दिन में जितनी बार संभव हो सके 60 सेकंड तक दांत धोएं। इससे बैक्टीरिया खत्म होगा और दांत दर्द में भी आराम मिलेगा।
बीपी मापते रहें…
ब्लड प्रेशर वाले मरीज बीपी मापने की मशीन घर पर रखें। रोज रिपोर्ट तैयार करें। गड़बड़ी पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। फोन में मौजूद एप बीपी की हमेशा रिपोर्ट सही दे, यह जरूरी नहीं और इसे मान्यता भी नहीं है। दवा ले रहे हैं तो समय पर लेते रहें। अचानक पसीना या घबराहट होने लगे तो उसे नजरअंदाज न करें।