
आगरा। यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को कई दिनों तक फरार रहने के बाद रविवार को सुबह 3:30 बजे आगरा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया। स्वामी चैतन्यानंद एक आध्यात्मिक नेता होने के साथ-साथ एक प्रबंधन संस्थान के पूर्व निदेशक भी हैं।
छात्राओं से जुड़े गंभीर आरोप
दिल्ली पुलिस ने पहले आशंका जताई थी कि आरोपी देश छोड़कर भाग सकता है। इसी कारण उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया। हाल ही में उनकी विदेश यात्रा और मुंबई वापसी की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की एक टीम आगरा भेजी गई। आरोपी की बीएमडब्ल्यू कार को जब्त कर डैशकैम फुटेज की जांच भी शुरू कर दी गई है।
सबसे संवेदनशील पहलू छात्राओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न है। श्री शारदा भारतीय प्रबंधन संस्थान (SRISIM) ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि वर्चुअल बातचीत और व्यक्तिगत मुलाकातों के दौरान स्वामी ने छात्राओं के साथ छेड़छाड़, उत्पीड़न और धमकियों जैसे कृत्य किए।
एफआईआर में दर्ज बयान के अनुसार, एक महिला सहयोगी, जो उस समय संस्थान में एसोसिएट डीन थी, ने छात्राओं को होली के अवसर पर कतार में खड़े होकर स्वामी को “हरि ओम” कहने और उनके सामने झुकने का निर्देश दिया। आरोप है कि इस दौरान स्वामी ने कई छात्राओं के गालों और मांग पर रंग लगाया।
इन गंभीर आरोपों के बाद श्रंगेरी मठ प्रशासन ने स्वामी चैतन्यानंद को निदेशक पद से मुक्त कर दिया। पुलिस ने उन्हें देश से भागने से रोकने के लिए लुक-आउट नोटिस भी जारी किया। अब आगे की जांच और एफआईआर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।